क्या खास होगा ट्रेन में 16 बोगियों वाली यह ट्रेन सेल्फ प्रोपल्शन सिस्टम से चलेगी। साथ ही बोगियों के नीचे ट्रैक्शन मोटर भी लगी होगी। महानिदेशक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि देश में बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है लेकिन फिलहाल हाईस्पीड ट्रेन 18 को तैयार किया गया है, जो कि 160 किमी की स्पीड से पटरियों पर चलेगी। इसका 16 कोचों वाला पहला रैक चेन्नई की आईसीएफ फैक्टरी ने बनाया है। यह ट्रेन पूरी तरह से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस ट्रेन में वातानुकूलित सिस्टम लगा हुआ है। ट्रेन 18 को एकग्जीक्यूटिव व नॉन एग्जीक्यूटिव क्लास में बांटा गया है। एग्जीक्यूटिव क्लास में खास यह होगा कि सीट को ट्रेन के घुमने की दिशा में घुमाया जा सकेगा। वहीं लोको पायलट के बैठने के लिए एयरोडायनमिक नोट बनाया गया है। इसके अलावा यह ट्रेन वाईफाई, जीपीएस, पैसेंजर इंफोटेनमेंट सिस्टम, एलईडी लाइट, ऑटोमेटिक डोर, दिव्यांग के लिए प्लेटफार्म की तरफ खुलने वाला डोर, सीसीटीवी कैमरा, इमरजेंसी टॉकबैक यूनिट, यूरोपियन स्टाइल सीटें आदि सुविधाओं से लैस होगी।
मेट्रो से बेहतर होगी राइडिंग जिन सुविधाओं से लैस है यह ट्रेन उससे आरडीएसओ के अफसरों का दावा है कि बिना इंजन वाली इस ट्रेन की राइडिंग मेट्रो से भी बेहतर होगी। मेट्रो की मैक्सिमम राइडिंग स्पीड 80 किमी है जबकि ट्रेन 18 की मैक्सिमम राइडिंग स्पीड 160 किमी होगी। महानिदेशक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह ट्रेन पूरी तरह से हाईटेक होगी व उन सभी सुविधाओं से भरी होगी, जिससे कि यात्रियों को सफर करने में आसानी हो।