> संवाद : (conversation) यानि की (बात चित करना )उन्होंने कहाकि नौजवान जितना एक-दूसरे से बातचीत करेंगे, उतना ही आपको आगे बढ़ने के रास्ते मिलते जाएंगे। एक दूसरे से बातचीत करने से ही समस्याओं का समाधान बहुत जल्दी निकलता हैं । इसलिए हमने किसी भी समस्या और संकट को लेकर मौन नहीं रहना है, इसको पर संवाद बहुत जरुरी हैं वो करें ताकि समस्याओं में घिरने की जगह उससे बाहर निकलने का रास्ता बनाया जा सके ।
> सकारात्मक दृष्टिकोण : ( Positive attitude) नौजवानों को अगर सफलता को प्राप्त करना है तो कठिन से कठिन संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। यह तभी संभव है, जब आप एक सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करेंगे। अगर आप ने यह सोच लिया कि यह कार्य मैं नहीं कर सकता तो समझ लिए आप हार मान चुके हैं। इसलिए हार न मानें, प्रयास करें। क्योकि मन में एक सही सोच नहीं है तो जीवन में कभी भी आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं ।
> लोकतंत्र में विश्वास : ( Belief in democracy )उन्होंने कहाकि एक नौजवान के अंदर लोकतंत्र की भावन का होना बहुत जरुरी हैं लोकतंत्र यह नहीं है कि मैंने जो बोला, वही सही है, दूसरा जो बोल रहा है, वह भी सही हो सकता है। संवाद ही लोकतंत्र की आधारशिला है। इसलिए हर व्यक्ति को लोकतंत्र में विश्वास रखना चाहिए। अपने साथ साथ दूसरे को भी सुनने की ताकत लोकतंत्र में विश्वास को दिखाती हैं ।
> रचनात्मक कार्य : ( creative work) आज के नौजवान को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ – साथ रचनात्मक कार्य करने की जरूरत है। हर बार नया करने की एक ललक नौजवानो में होनी चाहिए। अगर हर एक नौजवान अपने अंदर इस तरह के विचारो को रखे और अपने बड़े – बूढ़ो से राय का सम्मान