इसके बाद नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव रामकुमार दाधीच ने धरने को समाप्त करने की घोषणा की। संभागीय आयुक्त से हुई वार्ता में ब्लॉक अध्यक्ष दिलदार अली, गोपाल दाधीच, समद पठान, महेंद्र गोचर, सुरेश गुर्जर, दुर्गाशंकर मीणा और रामेश्वर मीणा शामिल थे।
किसानों की मांग है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हादसों को रोकने के लिए सड़कों की मरम्मत करने, नहरों के सुदृढ़ीकरण, टेल तक पानी पहुंचाने तथा गोदाम बनाने के लिए छोटे किसानों को सरकारी स्कीम में शामिल करने की मांग प्रमुख है।
इसके अलावा सोयाबीन और उड़द की फसलों खराब होने से मुआवजा दिए जाने की भी मांग शामिल है। संभागीय आयुक्त ने कहा, उनके स्तर की सभी मांगें पूरी कर दी जाएंगी और सरकार के स्तर की मांगों के लिए जयपुर पत्र लिखा जाएगा।
यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन कोटा. किसानों को नष्ट हुई फसलों का मुआवजा, बिजली-पानी की पूरी सुविधा देने समेत कई मांगों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यूथ कांग्रेस कोटा-बूंदी लोकसभा अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह की अगुवाई में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इससे पूर्व सभी कार्यकर्ता सर्किट हाउस के बाहर एकत्रित हुए तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे।
यहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंतकुमार की अगुवाई में पहले से तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी जिला कलक्टर को गेट पर ही बुलाकर ज्ञापन लेने की मांग पर अड़ गए। जिला कलक्टर के वहां नहीं आने की सूचना पर प्रदर्शनकारियों ने फिर कलक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
बाद में प्रतिनिधिमण्डल को अंदर भेजा गया, जिसने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारी नइमुद्दीन गुड्डू, विजयसिंह, प्रदेश महासचिव रामराज यादव, रविप्रताप ङ्क्षसह, अजय प्रताप, आयना महक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।