अमूमन चार से पांच हजार रुपये में मिल जाने वाले विमान टिकट्स का किराया अब सीधे 10 हजार पार पहुंच गया है।
रेलवे के बाद विमानन कंपनियों ने दिया झटका, होली से पहले महंगा हुआ किराया, 10 हजार पार पहुंचा टिकट प्राइस
प्रयागराज. विमानन कंपनियों से यात्रियों को बड़ा झटका दिया है। विमानन कंपनियों ने बंगलुरू से प्रयागराज आने वाले विमानों का किराया काफी बढ़ा दिया है। अमूमन चार से पांच हजार रुपये में मिल जाने वाले विमान टिकट्स का किराया अब सीधे 10 हजार पार पहुंच गया है। अगर विमानन कंपनी इंडिगो की बात करें तो बंगलुरू से प्रयागराज की टिकट 17 हजार से ज्यादा हो गया है। यह 27 मार्च का किराया है। अगर इसके पहले की तारीखों पर गौर करें तो 24 मार्च को किराया 8422 रुपये, 25 को किराया 10995 रुपये और 26 मार्च को किराया 14,788 रुपये किराया हो गया है। इसी तरह प्रयागराज से अन्य जिलों का किराया बढ़ाया गया है। दरअसल, होली के बाद वापसी के लिए भी ट्रेनों में कन्फर्म बर्थ न होने की वजह से यात्री हवाई यात्रा की ओर रुख कर रहे हैं। विमानन कंपनियां भी इसका फायदा उठा रही हैं। विमानन कंपनी के अफसरों का कहना है कि होली के चलते तकरीबन 70 फीसदी सीटें अभी से ही भर गई हैं। बची सीटों पर किराया ज्यादा है। आगामी दिनों में अफसरों ने किराया और बढ़ने की उम्मीद जताई है।
होली से पहले शुरू होंगी ये ट्रेनें होली त्योहार को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कुछ पहले से चलने वाली ट्रेनों का संचालन बढ़ा दिया है। सप्ताह में एक दिन चलने वाली डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस (02503/02504) अब हफ्ते में पांच दिन चलेगी। यह डिब्रूगढ़ से चलेगी और यूपी में मुगल सराय, प्रयागराज और कानपुर से होकर नई दिल्ली पहुंचेगी। मौजूदा समय में यह ट्रेन हर मंगलवार को नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ तक चलती है। वहीं डिब्रूगढ़ से हर गुरुवार को शाम 7.55 से अगले दिन दोपहर 1.38 बजे नई दिल्ली तक चलती है। 16 मार्च से यह ट्रेन डिब्रूगढ़ से हर रविवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को चलेगी। जबकि 19 मार्च से नई दिल्ली से यह ट्रेन सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को चलेगी।
दो फेरों में चलेगी यह ट्रेन ट्रेन संख्या 05015/05016 गोरखपुर-आनंद विहार टर्मिनल-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन को दो फेरों के लिए चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 05101/05102 छपरा-दिल्ली-छपरा स्पेशल ट्रेन को भी दो फेरी के लिए चलाने का निर्णय लिया गया है।