Akhilesh Yadav ने कार्यकर्ताओं से अन्याय का मुकाबला करने और जोरशोर से चुनाव अभियान में जुटने का आग्रह किया। उन्होंने कहा भाजपा की साजिशों से सावधान रहते हुए कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देनी चाहिए। यादव ने कहा कि भाजपा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अब 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2019 गांधी जयंती से सरदार पटेल की जयंती तक भाजपा सांसदों की पदयात्रा का आयोजन कर रही है। वस्तुतः भाजपा बुनियादी समस्याओं के समाधान के बजाय पदयात्रा कर जनभावनाओं से खिलवाड़ करना चाहती है।
Akhilesh Yadav ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान, गरीब, नौजवान सभी परेशान है। नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। भ्रष्टाचार चरम पर है। किसान को न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल रहा है और नहीं अभी तक किसानों की आय दुगनी करने की योजना का कोई ठोस प्रारूप सामने आया है। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के जनविरोधी हथकंड़ों को सफल नहीं होने देना है। भाजपा की प्रलोभन की राजनीति से लोकतंत्र और स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों के लिए खतरा हो सकता है। भाजपा का इन मूल्यों से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा और उसका मातृ संगठन आर.एस.एस. कभी भारत की आजादी के आंदोलन में शामिल नहीं रहा। लोकतंत्र में भी उसकी आस्था नहीं है। संविधान का सम्मान भी भाजपा में नहीं है। भाजपा समाजवादी विचारधारा की विरोधी है। Akhilesh Yadavने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को वैचारिक स्तर पर अपनी बात मजबूती से रखने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।