उन्नाव मामले में पीड़िता के पिता पर सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पीड़िता के पिता को बेरहमी से पीटकर उन्हें अवैध तमंचे के साथ जेल भेजा गया था। इतना ही नहीं बल्कि पीड़िता के पिता के साथ मारपीट पर उन्नाव थाने के पुलिसकर्मी सीधे तौर पर शामिल पाए गए हैं।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का था दबाव सीबीआई जांच में पीड़िता के पिता की हत्या में अहम तथ्य सामने आए हैं। इसमें उन पुलिसकर्मियों को सीधे तौर पर निशाने पर लिया गया, जो इस घटना में शामिल थे। इस मामले में ये बात भी सामने आई है कि माखी थाना के साथ-साथ बाकी पुलिसकर्मी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के दबाव में थे।
पीड़िता के कपड़े मांगे परिक्षण के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो अदालत ने पीड़िता के सीलबंद कपड़े को वैझानिक जांच के लिए मांगा है। वह अपने स्तर से उन कपड़ों की वैज्ञानिक जांच करना चाहती है, जो पीड़िता ने विधायक सेंगर के सामने पहने थे।
उन्नाव के पुलिसकर्मियों पर भी नजर मारपीट की घटना पर ये बात सामने आई कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दो दिन बाद मुकदमा दर्ज किया। लेकिन टिंकू सिंह की तहरीर पर पीड़िता के पिता को न सिर्फ मारा गया बल्कि अवैध तमंचे के साथ जेल भी भेज दिया गया। इस पूरे मामले में कुलदीप सिंह सेंगर के साथ-साथ उन्नाव के पुलिसकर्मियों पर भी रडार है।
उल्लेखनीय है कि उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हो गयी। मामले में पीड़िता के पिता की हत्या की रिपोर्ट भी दर्ज की गयी थी। पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप में विधआयक सेंगर के भाई अतुल सिंह समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।