लखनऊ

पूर्व कैबिनेट मंत्री ने बताया ‘शिवपाल यादव क्यूँ निकले थे पीछे की दीवार फांदकर

उत्तर प्रदेश में 2012 विधानसभा के दौरान लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र से शारदा प्रताप शुक्ल जीतकर विधायक बनें थे। जिसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हें मंत्री भी बनाया था। लेकिन सपा परिवार में हुए विवाद के बाद अखिलेश यादव ने उन्हें शिवपाल यादव का साथ देने की वजह से बाहर कर दिया था।

लखनऊOct 10, 2021 / 06:10 pm

Dinesh Mishra

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावो को लेकर रविवार को रथ यात्रा निकालने की औपचारिक घोषणा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की ओर से भी कर दी गई। लखनऊ में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय महासचिव शारदा प्रताप शुक्ला ने कहा कि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव रथयात्रा रैली ‘सामाजिक परिवर्तन यात्रा’ के नाम से शुरू हो रही है। वृंदावन बिहारी लाल भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करके मथुरा से इसकी शुरूआत होगी। 12 अक्टूबर को पहले मथुरा से हमारा चुनावी शंखनाद होगा। इसी दौरान भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होने एक राज का खुलासा किया। जिसमें उन्होने बताया कि कैसे उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। फिर भी वो बाहर निकलकर आ गए थे।
दीवार फांदकर निकले थे शिवपाल यादव

शारदा प्रताप ने कहा कि, लखीमपुर कांड के दौरान मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए शिवपाल यादव को पुलिस ने घेर लिया था। लेकिन वह घर के पीछे की दीवार से फांद कर छुपते हुए उन परिजनों से मिलने गए थे। हमारी पार्टी के मात्र पार्टी है जिनके साथ सबसे ज्यादा समर्थक लखनऊ से रवाना हुए थे। लेकिन प्रदेश की सरकार ने उन्हें लखनऊ बॉर्डर पर गिरफ्तार करवा दिया था।
उन्होने कहा कि, शिवपाल यादव ने इंजनीयरिंग कालेज के पास अपनी गिरफ्तारी के दौरान भी हिंसा में मारे गए लोगों के लिए प्रदर्शन किया था। जिससे उन्हें न्याय मिल सके।

इस बात को खुद मुख्यमंत्री ने स्वीकार था कि, शिवपाल यादव के साथ सबसे ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके नजरबंद किया गया है।
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