आजकल बाजार में बड़ी-बड़ी कंपनियां उपभाेक्ताओं को लुभाने के लिए आकर्षक ऑफर्स और डिस्काउंट के साथ अपने-अपने फूड प्रोडक्ट्स बेच रही हैं। लेकिन, जब क्वालिटी की बात आती है तो उससे समझौता कर लिया जाता है। अभी तक पैैकेट बंद फूड पर लाल और हरे निशान दिए जाते हैं, ताकि यह पता चल सके कि खाने का सामान शाकाहारी है या फिर मांसाहारी। जल्द ही हम स्टार रेटिंग से यह भी पता कर सकेंगे कि खाने के सामान की क्वालिटी कैसे है। बता दें कि जिस तरह इलेक्ट्रिक आइटम पर ब्यूरो ऑफ एनर्जी स्टार रेटिंग देती है। FSSAI भी उसी तरह डिब्बाबंद फूड स्टार रेटिंग देने का कार्य करेगी। यह रेटिंग सामानों पर नमक और चीनी के साथ फैट की मात्रा पर आधारित होगी।
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फिल्मों जैसा आसान नहीं कोर्ट मैरिज करना, जानें पूरी प्रक्रिया कोलेेस्ट्रोल और मोटापा बढ़ने से भी मिलेगा छुटकारा बता दें कि जिस तरह इलेक्ट्रिक सामानों पर सामने की तरफ स्टार रेटिंग होती है, ठीक उसी तरह पैक्ड फूड पर भी रेटिंग दी जाएगी। आपने अक्सर देखा होगा कि आपका डॉक्टर आपको डिब्बा बंद खाने से परहेज करने के लिए कहता है, क्योंकि यह खाना कई बीमारियों का कारक है। डिब्बा बंद खाना खाने से कोलेस्ट्रोल और मोटापा बढ़ने की संभावना रहती है। इसी कारण देश की एक बड़ी आबादी इस परेशानी से जूझ रही है।
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MBBS या इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो इन 10 देशों में सबसे कम फीस हेल्थ स्टार रेटिंग से होगा बड़ा फायदा दरअसल, भागदोड़ भरी जिंदगी के कारण देश में बड़े स्तर पर डिब्बा बंद खाने का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी काे देखते हुए खाने के पैकेट पर स्टार रेटिंग की व्यवस्था की जा रही है। स्टार रेटिंग से उपभोक्ता खुद ये तय करेंगे कि उनकी सेहत के लिए कौन सा खाना खाना उचित होगा। इस तर हेल्थ स्टार रेटिंग से लोगों को बड़ा फायदा होगा। हालांकि स्टार रेटिंग में डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल नहीं होंगे।