मकबूलगंज मकबूलगंज स्थित महाराष्ट्र समाज भवन में 1921 से महाराष्ट्र समाज भव्य आयोजन करवा रहा है। पारंपरिक के उत्सव कार्यवाह धनंजय मोघे ने बताया कि महाराष्ट्र समाज की तरफ से 1921 से आयोजन हो रहा है। सबसे पहले भातखण्डे संगीत संस्थान के प्रधानाध्यापक श्रीकृष्ण नारायण रातनजनकर और सह प्राध्यापक गोविंद नारायण नातू के प्रयासों से लाटूश रोड पर विष्णु नारायण जोशी के घर पर गणपति पूजा हुई थी।
आलमबाग आलमबाग में श्री गणपति उत्सव मंडल आलमबाग की तरफ से हर्ष प्लाजा-माधव कॉम्प्लेक्स में शिवलिंग पर गणपति विराजेंगे। समिति के अध्यक्ष संतोष के पाटिल के अनुसार केरल समेत देश के अन्य राज्यों में बाढ़ की स्थिति में सुधार की प्रार्थना की जाएगी।
पीली कोठी में 18 फुट के गजानन सीतापुर रोड पर पीली कोठी मौसमबाग में शहर के सबसे बड़ी गणपति मूर्ति स्थापित की जाएगी। आर्ट्स कॉलेज के पूर्व छात्र परिसर में मूर्ति तैयार करते हैं। इस बार 18 फुट के गजानन की खासियत पगड़ी है।
16 हजार वर्ग फुट में बना पंडाल, 80 फुट ऊंचा श्री गणेश प्राकट्य समिति की तरफ से झूलेलाल घाट पर मनौतियों के राजा सिद्धिविनायक रामेश्वरम की थीम पर बनने वाले पंडाल में विराजेंगे। यहां स्थापित होने वाली आठ फुट की मूर्ति का निर्माण श्रवण प्रजापति ने किया है। संरक्षक भारत भूषण के अनुसार पहली बार हॉन्टेड हाउस भी बनवाया गया है। 16 हजार वर्ग फुट में तैयार पंडाल की ऊंचाई 80 फुट है। इसका दस करोड़ का बीमा भी करवाया गया है। गणेशोत्सव के दौरान कोलकाता के संजय शर्मा और स्थानीय सिद्धू महाराज का दल भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियां देंगे। इस मौके पर विशाल मेला भी लगेगा।
यहां भी गूंजेगा गणपति बप्पा मोरया अलीगंज के सेक्टर बी स्थित गुलाब वाटिका अपार्टमेंट, आलमबाग के तिलकेश्वर महादेव मंदिर, गणेशगंज में आर्य समाज मंदिर में भी गणपति उत्सव पूरी आस्था और उत्साह से मनाया जाएगा। फैजाबाद रोड स्थित बीबीडी कैम्पस में भी 13 से 16 सितम्बर तक गणेशोत्सव आयोजन होगा।