लखनऊ, हमारा देश विभिन्न संस्कृति का देश हैं जिसमे हर रोज़ कोई न कोई व्रत या पर्व जरूर हैं । पंडित शक्ति मिश्रा ने बताया कि जो भी स्त्री अपने परिवार की ख़ुशी चाहती हैं वो समय – समय पर पड़ने वाले व्रतों को करती हैं जिससे उनके परिवार पर कभी भी किसी भी तरह से कोई परेशानी न आने पाए । 15 जनवरी को हर माता अपने बेटों के लिए निर्जल व्रत रखती हैं और उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं । यह दिन ख़ास माघ महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी गणेश चतुर्थी , तिलकूट चतुर्थी , संकटा चौथ के नाम से जाना जाता हैं । पंडित शक्ति मिश्रा ने कहाकि इस व्रत करने से घर पर पड़ने वाली हर परेशानियों से मुक्ति मिलती । इस दिन घर की महिलाएं घर व् मंदिर की सफाई करने के बाद ख़ुद नित्य – क्रिया से निपट कर । भगवान गणेश का स्मरण करती हैं । इस दिन की कई व्रत कथाएं भी हैं जिसे व्रत करने वाली महिलाओं को जरूर सुनना या पढ़ना चाहिए । और खास बात यह कि इस व्रत को जिस प्रकार से हमारे घर की मुखिया करते आये हैं वैसे ही करना चाहिए ।
शुभ मुहूर्त, पूजा विधि
पंडित शक्ति मिश्रा
ने बताया कि ‘तिल चौथ’ पर चंद्रोदय का समय रात्रि 8.20 मिनट पर शुभ
मुहूर्त हैं इसमें चन्द्रमा को जल अर्पित किया जाता हैं उसके बाद ही व्रत
खोला जाता हैं । सबसे पहले भगवान् गणेश की मूर्ति को पंचामृत से स्नान
करने के बाद फल, लाल फूल, अक्षत, रोली, मौली अर्पित करें और फ़िर तिल से
बनी वस्तुओं अथवा तिल-गुड़ से बने लड्डुओं का भोग लगाए और भगवान् गणेश की
स्तुति करें । 108 बार गणेश मंत्र – ‘ॐ गणेशाय नमः’ का जाप करें ,अपने हर
दुःख को भगवान गणेश से कहे । इससे आप पर आने वाली हर एक विपदा का समाधान
होगा और जो भी परेशानिया चली आ रही हैं उससे भी मुक्ति मिलेंगे ।