46 डिग्री भीषण गर्मी में राहत देने के लिए गुलाब और बादाम का शरबत और ठंडी-ठंडी आइसक्रीम के साथ बर्फ में ठंडे किए गए फलों का स्वाद सभी लोगों में वितरित किया गया। दोपहर में भंडारे की शुरुआत पूड़ी-सब्जी बांट कर किया गया। इसके बाद तहरी, लखनवी समोसा, चाशनी वाली गुझिया, स्नैक्स के साथ इलायची वाली चाय वितरण किया गया। बच्चों की पंसद को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से स्टिक वाली आइस्क्रीम के साथ कप और कोन वाली आइसक्रीम की व्यवस्था की गई थी। एक तरफ चाय तो दूसरी तरफ शरबत ने आपका इस्तकबाल किया।
भीषण गर्मी को ध्यान रखते हुए बर्फ में ठंडे-ठंडे खरबूजे, तरबूज लोगों के चित्त को शांत किया। भंडारा आयोजकों में अनुपम मित्तल, श्याम हांडा, संजय, रचित, राजेश के सहयोग से भण्डारा का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक भण्डारे में स्वच्छता, गर्मी व सुरक्षा पर विशेष महत्व दिया गया था जिसके लिए पुख्ता इंतजाम किये गये थे जिसमें कृपया दोना, गिलास कूडेदान में डालें स्वच्छता व साफ-सफाई बनाये रखे तथा आप भाग्यशाली हैं जो आपको प्रसाद मिल रहा है
कृपया अन्न को व्यर्थ न करें, कुछ इस तरह के पोस्टर लगाये गये थे। चिलचिलाती धूप को देखते हुए भक्तों को गर्मी से बचाने के लिए वाटर कूलर का भी इंतजाम किया गया था। इसके साथ सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया था जिससे वहां पर जाम स्थिति न बन सके।