ग्राम खड़ाखर निवासी गणेश प्रसाद अहिरवार ने बताया कि उसके दो पुत्र ब्रजेश कुमार 21 वर्ष एवं प्रद्युमन 12 वर्ष एवं दो पुत्रियां रीता 18 वर्ष एवं अंजना 15 वर्ष थीं। जिनमें से बड़ी बेटी रीता ग्राम जराखर स्थित एक महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। पढ़ाई में अव्वल होने के बावजूद कद छोटा होने के चलते पड़ोसियों के तानों से वह आहत रहती थी।
बताया कि शनिवार की शाम मुहाल की ही तीन महिलाओं ने रीता को कद छोटा होने का ताना दिया। जिसके बाद रीता की दादी ने उक्त महिलाओं को ताने देने से मना किया किन्तु वह उसकी के दरवाजे पर अड़ कर बैठ गईं। झगड़ा बचाने के लिये किशोरी की दादी दूसरे वाले मकान में काम करने चली गई। तभी रीता ने खुद को घर के अंदर बंद किया तथा रस्सी का फंदा बनाकर फांसी पर झूल गई।
गांव में ही खेल रहा किशोरी का छोटा भाई प्रद्युमन घर वापस पहुंचा तथा दरवाजा बंद देखा तो अपनी बहन को आवाज लगाई। काफी आवाज लगाने के बाद भी जब दरवाजा न खुला तो उसने सीड़ी से घर के अंदर झांका। अंदर का नजरा देख कर उसकी चीख निकल गई। अंदर उसकी बहन रीता फांसी पर झूल रही थी। शोरशराबा सुनकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसे फांसी से नीचे उतारा किन्तु तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
मृतका के ताऊ छत्रपाल पुत्र हजारी लाल ने भी बताया कि रीता कद में छोटी थी, जिस कारण गांव की महिलाएं उसे ताना मारा करती थी। बताया कि रविवार की शाम भी गांव की ही तीन महिलाओं ने कद छोटा होने को लेकर रीता पर छींटाकशी की जो वह सहन नहीं कर सकी अौर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। हालांकि मृतका के पिता ने मृतका का कद करीब साढ़े चार से पांच फुट के बीच का बताया है। इस सम्बन्ध में मझगवां थानाध्यक्ष ने बताया कि तीन महिलाओं के खिलाफ तहरीर मिली थी। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।