यूपी सरकार के पास अभी 50 हजार पद हैं और हर साल 10 हजार लोग रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में अगले वर्ष 50 हजार शिक्षकों की भर्ती किये जाने की पूरी तैयारी है। इन लोगों को समय से नियुक्ति पत्र भी थमा दिया जाएगा। हालांकि पात्रता को लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा ये योगी सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है।
शिक्षामित्रों को मिलेगा एक और मौका
सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार के निर्णय पर मुहर लगने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन शिक्षािमत्रों को मौका नहीं मिला है उन्हें राज्य सरकार एक और मौका देगी। शीर्ष अदालत ने भी शिक्षामित्रों को संबंधित परीक्षाओं में भाग लेने का अंतिम मौका दिया है।
फरवरी में हो सकती है UPTET परीक्षा
शिक्षक बनने के लिये यूपी टीईटी परीक्षा की बाट जोह रहे अभ्यर्थियों के लिये भी खुशखबरी है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी टीईटी परीक्षा कराने की इजाजत दे दी है। कहा जा रहा है कि फरवरी 2021 में UPTET की परीक्षा करायी जा सकती है। जल्द ही इसके लिये नोटिफिकेशन भी जारी किये जाने की उम्मीद जतायी जा रही है।
प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने का मिलेगा मौका
यूपी टीईटी परीक्षा राज्य स्तर पर ऐसे शिक्षकों के चयन के लिये आयोजित की जाती है जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूलों में पढ़ा सकें। यह परीक्षा दो भागों में आयोजित की जाती है। पहले पेपर की परीक्षा में शामिल होने वालों को कक्षा एक से लेकर पांचवीं तक का शिक्षक बनने का मौका मिलता है। वहीं दूसरे पेपर में शामिल होने वाले कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के शिक्षक बनने के योग्य माने जाते हैं। यूपी टीईटी परीक्षा में आरक्षित वर्ग को छूट का भी प्रावधान है। अनारक्षित उम्मीदवारों को 90 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता है।
कुछ जरूरी जानकारियां