खिसिया गए हैं अखिलेश यादव उन्होंने कहा कि अखिलेश खिसियाहट में सदन की गरिमा भी भूल गए हैं और अनर्गल बातें करके सदन का बहूमूल्य समय नष्ट कर रहे हैं। अगर वाह सकारात्मक और जनहित की बात करें तो सरकार और जनता दोनों ही पसंद करेगी लेकिन ऐसा उनका चरित्र ही नही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश इसको स्वीकार क्यों नही कर रहे हैं कि योगी के कार्यकाल में पिछले पांच साल में एक भी दंगा नही हुआ जबकि अखिलेश के समय में 2012 से 2017 के बीच लगभग एक हजार दंगे हुए थे।
सबसे ज्यादा हत्या लूट और फिरौती अखिलेश यादव सरकार में हुई स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 (30.04.2022) तक डकैती में 77%, लूट के मामलों में 55%, हत्या में 34%, बलवा में 50 %,फिरौती हेतु अपहरण में 37% और बलात्कार की घटनाओं में 28% की कमी दर्ज की गयी। उन्होंने कहा कि अखिलेश कुछ भी बोलने से पहले यह विचार कर लें कि जनता ने उन्हे लगातार दो बार खारिज किया है। इसका कारण भी स्पष्ट है कि योगी सरकार ने सबको सुरक्षा एवं सबको सम्मान, अपराध एवं अपराधियों के प्रति ज़ीरो टोलरेंस, प्रदेश में शांति और सौहार्द स्थापित करने, महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने,
प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज लाना संकल्प माफिया राज समाप्त करके प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज लाने का जो संकल्प लिया है उसका जनता हृदय से स्वागत कर रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के 50 कुख्यात माफिया अपराधियों के द्वारा अर्जित सम्पतियों से 1438 करोड़ की सम्पत्ति जब्त की व ध्वस्तीकरण के माध्यम से अवैध कब्जा हटवाया गया। कुल मिला कर विभिन्न माफियाओं व अन्य अपराधियों की कुल 24 अरब 14 करोड़ की सम्पति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण किया गया जो अखिलेश को भले ही नही भाए लेकिन जनता इसका पूरा समर्थन कर रही है।