पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि हमलावर को पकड़ने के दौरान घायल होने वाले जांबाज सिपाहियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच-पांच लाख रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा है। एडीजी प्रशांत कुमार ने संदेह जताया कि यह घटना आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती है। वहां से पकड़े गए युवक की ट्रैवल हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है।
(Gorakhnath Temple Attack Press ) एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना की जांच यूपी एटीएस और एसटीएफ को सौंपी है। दोनों एजेंसियों के एडीजी गोरखपुर भेज दिए गए हैं। उसके पास से जो चीज बरामद हुई है वो गहरी साजिश की ओर इशारा कर रही है। इस प्रकरण में गोरखनाथ थाना में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में अभी तक आतंक संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। घटना की गहनता से जांच की जा रही है।
(Gorakhnath Temple Attack Press ) एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि शाम 7 बजे गेट नंबर एक पर एक व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया और धार्मिक नारे लगाए। दो जवानों गोपाल गौड़ और अनिल पासवान को गंभीर चोटे आई हैं। वहां के सजग पुलिसकर्मियों ने उस व्यक्ति को काबू किया और गिरफ्तार किया। उसके पास से जो चीजें मिली हैं, उनसे लगता है कि यह गंभीर साजिश की तैयारी थी। हम लोग इससे इनकार नहीं कर सकते कि यह आतंकी घटना नहीं थी। एटीएस की टीम वहां गई है। जो दस्तावेज हम लोगों को मिले हैं वे काफी सनसनीखेज हैं।
उन्होंने कहा कि मुकदमा गोरखनाथ थाने में दर्ज किया जा चुका है। अभी शासन के द्वारा सभी महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा योजना की समीक्षा की गई है। इसके तहत वहां अधिक पद स्वीकृत किए गए हैं। इसी समीक्षा के तहत गोरखनाथ मंदिर, अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और अन्य महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा की गई थी। यदि यह व्यक्ति अंदर पहुंच जाता तो श्रद्धालुओं को क्षति हो सकती थी। स्थिति बेकाबू हो सकती थी। अधिकारियों ने बेहद संयम से आरोपी को गिरफ्तार किया है।
(Gorakhnath Temple Attack Press ) ज्ञात हो कि गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर प्रांगण की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर युवक ने रविवार शाम को जानलेवा हमला किया। इतना ही नहीं धार्मिक नारे लगाकर लोगों को भड़काने का प्रयास भी किया। इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।