उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचकर किया निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं की पड़ताल के क्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक शुक्रवार को सप्ताह में दूसरी बार जिले में पहुंचे। सीतापुर के महमूदाबाद से लौटते समय वह अचानक नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्सी पहुंच गए। डिप्टी सीएम को अचानक केंद्र पर देख चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों में अफरातफरी मच गई। करीब सवा एक बजे पहुंचे उपमुख्यमंत्री ने अपनी कार पीएचसी के बाहर खड़ी कर दी।
ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर कक्ष में फिर भड़के डिप्टी सीएम
ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर कक्ष में पहुंचे। यहां उनकी कुर्सी खाली देख मौजूद चिकित्सक से पूछा तो बताया गया कि ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर अनूप श्रीवास्तव की ड्यूटी स्वास्थ्य मेले में लगी है। उन्होंने कंप्यूटर पर जमी धूल देखकर नाराजगी जताते हुए पूछा क्या यह महीनों से नहीं चलाया गया है।
ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर कक्ष में पहुंचे। यहां उनकी कुर्सी खाली देख मौजूद चिकित्सक से पूछा तो बताया गया कि ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर अनूप श्रीवास्तव की ड्यूटी स्वास्थ्य मेले में लगी है। उन्होंने कंप्यूटर पर जमी धूल देखकर नाराजगी जताते हुए पूछा क्या यह महीनों से नहीं चलाया गया है।
स्वस्थ्य विभाग में मंत्री जी ऐसी क्लास लगाने लगे हैं जिससे डॉक्टर भी हैरान हैं। बेचारे अभी तक सरकारी व्यवस्था से चल रहे थे। लेकिन अब काम करना पड़ता है। वहीं मंत्री ब्रजेश पाठक ने पंजीकरण के बाद लेबर रूम, क्षय रोग कक्ष सहित पीएचसी के अन्य पटलों का निरीक्षण किया। उप मुख्यमंत्री क्षय रोग कक्ष में पहुंचे तो यहां पर फोन पर बात कर रहे क्षय रोग अधिकारी डा. अश्वनी त्रिवेदी पहले तो उन्हें पहचान ही नहीं पाए।
डॉक्टर भी नहीं पहचान सके डिप्टी सीएम को डिप्टी सीएम ने पूछा कैसे हैं तो उन्होंने कुर्सी पर बैठे-बैठे बताया कि ठीक हैं। इसके बाद उन्होंने जब दूसरा प्रश्न किया कि आज कितने मरीज देखे तब वह उन्हें पहचान सके। जानकारी देते हुए बताया कि आज 30 मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। 54 मरीज क्षय रोग के हैं सभी के खातों में पैसा भेजा जा रहा है। गंदगी देख डिप्टी सीएम ने कहा कि आज पहली बार आया हूं तो छोड़ रहा हूं। दोबारा कार्रवाई गंदगी मिली तो कार्रवाई करूंगा।