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माध्यमिक शिक्षा विभाग में राजकीय इण्टर कालेजों को मिले 83 नये प्रधानाचार्य

locationलखनऊPublished: Jun 11, 2021 07:17:46 pm

Submitted by:

Ritesh Singh

प्रदेश के 1472 राजकीय हाईस्कूलों में कार्यरत प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का वेतन जारी

माध्यमिक शिक्षा विभाग में राजकीय इण्टर कालेजों को मिले 83 नये प्रधानाचार्य

माध्यमिक शिक्षा विभाग में राजकीय इण्टर कालेजों को मिले 83 नये प्रधानाचार्य

लखनऊ ,उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में शीघ्र ही 83 नए प्रधानाचार्यों की नियुक्ति हो जाएगी। इन अभ्यर्थियों का लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2018 के माध्यम से सीधी भर्ती द्वारा चयन हुआ है।
डॉ शर्मा ने बताया कि लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 83 अभ्यर्थियों में से 61 अभ्यर्थियों की स्पष्ट संस्तुति विभाग को प्राप्त हो गई है। शेष अभ्यर्थियों की संस्तुति प्राप्त होना प्रक्रियाधीन है। इन 61 अभ्यर्थियों से निर्धारित प्रपत्र में सत्यापन पत्र एवं स्वघोषणा पत्र प्राप्त कर पारदर्शी व्यवस्था अपनाते हुए नियुक्ति पत्र निर्गत करने की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश राजकीय इंटर कॉलेजों में विगत कई वर्षों से प्रधानाचार्यों का पद रिक्त चल रहा था। इन विद्यालयों में नए प्रधानाचार्य प्राप्त होने से पठन-पाठन के कार्य में गति प्राप्त होगी तथा शिक्षा की गुणवत्ता में और अधिक सुधार होगा। इन प्रधानाचार्यों द्वारा कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात शीघ्र ही इनका प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
शिक्षा की गुणवत्ता को मिलेगी नई दिशा

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने यह भी बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यक्रम में स्वीकृत 1472 नवीन राजकीय हाईस्कूलों में कार्यरत 3099 शिक्षकों तथा 859 प्रधानाध्यापकों के प्रथम त्रैमास के वेतन के लिए रू0 65.57 करोड़ की धनराशि जारी कर दी गई है। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत स्वीकृत नवीन राजकीय हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन की धनराशि केन्द्रांश अवमुक्त हो जाने के उपरान्त दी जाती है। प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्रांश की प्रत्याशा में उक्त शासनादेश निर्गत किया गया है इससे इन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को नियमित वेतन भुगतान किया जा सकेगा।
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