लखनऊ:उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आफताब अहमद खान (अवकाश प्राप्त उप महानिरीक्षक केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल) ने राजभवन में मुलाकात की तथा अपना काव्य संग्रह ‘जिन्दगी एक सफर’ की प्रथम प्रति भेंट की। इस अवसर पर उनकी पत्नी श्रीमती रजिया खान व अन्य परिजन भी उपस्थित थे।
काव्य संग्रह ‘जिन्दगी एक सफर’ द्विभाषी संग्रह है जिसमें हिन्दी और उर्दू दोनों भाषाओं में कविताएं प्रस्तुत की गयीं हैं। पुस्तक का प्रकाशन न्यू राॅयल बुक कम्पनी लखनऊ द्वारा किया गया है। राज्यपाल ने आफताब अहमद खान को अपनी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ की हिन्दी प्रति भेंट की।
राज्यपाल ने पुस्तक की सराहना करते हुये कहा कि कविताएं मन के भाव को प्रस्तुत करने का एक अच्छा माध्यम है। कविताएं एवं अन्य लेखन वास्तव में ऐसे दस्तावेज होते हैं जो सदियों तक रहते हैं तथा अगली पीढ़ी को प्रेरणा भी देते हैं। लिखना एक अच्छी आदत है जो मनुष्य को सृजनात्मक शक्ति को प्रोत्साहित करती है। संग्रह हिन्दी और उर्दू दोनों भाषाओं में है इस कारण उसकी पहुंच ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक होगी। उन्होंने कहा कि रचनाएं सरल और सादे शब्दों में होती हैं तो सहजता से हृदय तक पहुंचती हैं।
लेखक आफताब अहमद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में हुआ था। उन्हें विशिष्ट एवं अतिविशिष्ट पुलिस सेवा के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित भी किया जा चुका है।
राज्यपाल ने पुस्तक की सराहना करते हुये कहा कि कविताएं मन के भाव को प्रस्तुत करने का एक अच्छा माध्यम है। कविताएं एवं अन्य लेखन वास्तव में ऐसे दस्तावेज होते हैं जो सदियों तक रहते हैं तथा अगली पीढ़ी को प्रेरणा भी देते हैं। लिखना एक अच्छी आदत है जो मनुष्य को सृजनात्मक शक्ति को प्रोत्साहित करती है। संग्रह हिन्दी और उर्दू दोनों भाषाओं में है इस कारण उसकी पहुंच ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक होगी। उन्होंने कहा कि रचनाएं सरल और सादे शब्दों में होती हैं तो सहजता से हृदय तक पहुंचती हैं।
लेखक आफताब अहमद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में हुआ था। उन्हें विशिष्ट एवं अतिविशिष्ट पुलिस सेवा के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित भी किया जा चुका है।