इस अवसर पर बड़ी संख्या में विशिष्टजन एवं नागरिकगण भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल राम नाईक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पं0 दीनदयाल उपाध्याय को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् पं0 दीनदयाल उपाध्याय की नवनिर्मित मूर्ति के अनावरण हेतु आगरा जाना था।
राज्यपाल ने पं0 दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा है कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी असाधारण व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। वे एक समाज सुधारक थे। उन्होंने एकात्म मानववाद का संदेश देते हुये अंत्योदय का विचार प्रस्तुत किया। पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी ने अपना पूरा जीवन देश की निःस्वार्थ सेवा में लगा दिया। राज्यपाल ने कहा कि दो वर्ष पूर्व पूरे देश में पं0 उपाध्याय जी की जन्म शताब्दी वर्ष मनाया गया। हमें सोचना होगा कि हमने पं0 उपाध्याय के दिखाये मार्ग पर कितना आगे बढ़े हैं और कितना आगे चलना है।
राम नाईक ने पं0 दीनदयाल उपाध्याय के अन्तिम भाषण का उदाहरण देते हुए बताया कि पं0 दीनदयाल ने कहा था कि ‘जिस दिन गरीबों को पक्के, सुन्दर, स्वच्छ घर बनाकर देंगे, जिस दिन हम इनके बच्चों और स्त्रियों को शिक्षा और जीवन-दर्शन का ज्ञान देंगे, जिस दिन हम इनके हाथ और पांव की बिवाइयों को भरेंगे
जिस दिन इनको उद्योगों और धन्धों की शिक्षा देकर इनकी आय को ऊंचा उठा देंगे, उस दिन हमारा भ्रातृभाव व्यक्त होगा।’
राज्यपाल ने कहा कि 50 वर्ष पूर्व पंडित जी ने जो विचार व्यक्त किये थे उन्हीं विचारों पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में योजनाएं बन रही है और कार्यान्वित हो रही हैं। उन्होंने आह्वान किया है कि सभी लोग इस पुनीत यज्ञ में अपनी आहुति देकर देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने में योगदान दें, यही पं0 दीनदयाल उपाध्याय के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।