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पिता को हो रहा था व्यापार में नुकसान, वेब सीरीज देखकर बेटे ने मांगी फिरौती, चार गिरफ्तार

locationलखनऊPublished: Jul 20, 2019 01:11:10 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– बाराबंकी के चार ग्रैजुएट युवकों ने मांगी फिरौती
– Web Series देखकर बनाया प्लान
– चार आरोपी गिरफ्तार

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पिता को हो रहा था व्यापार में नुकसान, वेब सीरीज देखकर बेटे ने मांगी फिरौती, चार गिरफ्तार

लखनऊ. वेज सीरीज (Web Series) से प्रभावित होकर बाराबंकी के चार ग्रैजुएट युवकों ने फिरौती मांगने की साजिश रची। इन्होंने इंटरनेट पर लखऩू के बड़े लोगों को चिन्हित किया और महंगी रकम पाने के लिए धमकी भरे फोन करने शुरू कर दिए। डिमांड पूरी न किए जाने पर युवकों ने मारने की धमकी दी। पीड़ितों ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की तो पचा चला इस गिरोह ने डॉक्टरों, आभूषण केंद्रों और इंजीनियरों जैसे 16 बड़े लोगों को धमकी भरे फोन कर फिरौती मांग चुका है। पुलिस के मुताबिक, चार युवक बदमाशों ने डॉक्टर से 30 लाख और पीजीआई के सराफ (ज्वेलर) से 8 लाख की फिरौती मांगी थी। बदमाशों ने फर्जी आईडी पर सिम खरीद कर फिरौती मांगना शुरू किया।
रायबरेली रोड स्थित वृंदावन योजना निवासी आलोक गोयल पेशे से आभूषणों के विक्रेता हैं। आलोक ने 24 जून को पीजीआई थाने में आठ लाख रुपये की रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीड़ित के अनुसार कॉल करने वाले खुद को अंडरवर्ल्ड डॉन रवि वर्मा बताते हुए डिमांड पूरी न करने पर जान से मारने की धमकी दी। वहीं, कैसरबाग निवासी स्किन स्पेश्लिस्ट डॉ, सुमित को भी धमकी भरा फोन आया। डॉ. सुमित ने पुलिस को बताया कि फोन पर बदमाशों ने 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और धमकी भरा मेसेज भेजा। मेसेज भेजने वाले ने खुद को शाहजहांपुर के शातिर अपराधी भूपेंद्र सिंह का भाई करन बताते हुए रुपये न देने पर गोलियों से छलनी करने की बात कही।
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सुपर-30 टीम ने पकड़े आरोपी

एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के अनुसार जब दोनों मामलों की जांच की गई, तो पता लगा कि ऐसे और 16 लोगों को फोन पर धमकी देकर रंगदारी मांगी गई है। इनमें डॉक्टरों और आभूषण विक्रेताओं के साथ-साथ गूगल कंपनी के इंजीनियर भी शामिल हैं। आरोपियों की पकड़ के लिए पुलिस ने सुपर-30 की टीम बनाकर छानबीन करना शुरू कर दिया। छानबीन में पता लगा कि सभी बदमाशों ने पीड़ितों को दो नंबर से कॉल किए थे। नंबर ट्रेस करने पर पता चला मौलवीगंज निवासी अब्दुल्ला का निकला। अब्दुल्ला से पूछताछ में पता चला कि कुछ दिन पहले मौलवीगंज की एक मोबाइल शॉप से सिम लिया था। उसकी आईडी पर दो नंबर चलने की जानकारी के बाद सर्विलांस सेल की मदद ली गई। लोकेशन देवा रोड पर मिलने के बाद रदेर रात चारों आरोपियों को दबोच लिया गया।
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आर्थिक तंगी दूर करने के लिए बनाया था प्लान

पकड़े गए सभी आरोपी बाराबंकी के रहने वाले हैं। देवा रोड के रहने वाले शरद कुमार बाराबंकी के राम सेवक कॉलेज से बी.कॉम ग्रैजुएट का छात्र है। उसके पिता बिल्डिंग मटीरियल का कार्य करते हैं। उन्हें व्यापार में नुकसान हो रहा था जिससे कि आर्थिक स्थिती प्रभावित हो रही थी। पिता की समस्या को दूर करने के लिए शरद ने ही इस तरह का प्लान बनाया। इस प्लान में उसने अपने दोस्त मोहसिन और बीएससी कर रहे दोस्त विशाल को भी शामिल किया। इसमें मोहसिन के परिचित मो. अलीम को भी शामिल किया गया।
इंटरनेट पर किया बड़े लोगों को सर्च

आरोपियों ने बताया कि घटना को अंजाम देने से पहले उन्होंने इंटरनेट पर लखनऊ के बड़े लोगों को सर्च करना शुरू कर दिया। उनका टारगेट मुख्य रूप से डॉक्टर, व्यापारी थे। जानकारी और मोबाइल नंबर मिलने के बाद आरोपियों ने सूची बानकर एक-एक को कल करना और फिरौती मांगना शुरू कर दिया। हालांकि, रुपये मिलने से पहले ही पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने श्रीराम टावर स्थित एक दुकान में काम करने वाले शारिक से सिम खरीदने की जानकारी दी है। छानबीन में पता चला है कि शारिक ज्यादा कीमत लेकर फर्जी आईडी पर सिम बेचता था।
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