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ज्ञानवापी सर्वे तीसरा दिन: सर्वे टीम के सदस्य को टीम से हटाया गया, जानें क्यों हुई कार्रवाई

locationलखनऊPublished: May 16, 2022 10:39:56 am

Submitted by:

Prashant Mishra

सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में तीसरे दिन का सर्वे पूरा हो गया है। आज नंदी के सामने वाले कुएं की वीडियो ग्राफी कराई गई है। परिसर का तहखाना सर्व के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रहा। आज तहखाने के जिस क्षेत्र में पानी भरा था वहां का भी सर्वे किया गया।

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ज्ञानवापी सर्वे. ज्ञानपावी मस्जित में हो रहे सर्वे के दौरान एडवोकेट कमिश्नर ने एक टीम के सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टीम से हटा दिया है। टीम के सदस्य आरपी सिंह को टीम से हटा दिया गया है। यह कार्यवाई आखरी दिन सर्वे के दौरान की गई है। आरपी सिंह को सर्वे की जानकारी सार्वजनिक करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। आरपी सिंह कार्रवाई के बाद परिसर से बाहर निकले हैं। आरपी सिंह ने सर्वे की जनाकारी मीडिया से साझा किया था। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
तीसरे दिन का सर्वे जारी

सोमवार को ज्ञानवापी परिसर में तीसरे दिन का सर्वे पूरा हो गया है। आज नंदी के सामने वाले कुएं की वीडियो ग्राफी कराई गई है। परिसर का तहखाना सर्व के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रहा। आज तहखाने के जिस क्षेत्र में पानी भरा था वहां का भी सर्वे किया गया। हिन्दू पक्ष का दावा है कि परिसर में हिन्दू चिन्ह मिले हैं वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि सर्वे में कुछ भी ऐसा नहीं मिला है जिससे हिन्दू पक्ष को बल मिले। हालांकि, यदि हिन्दू पक्ष का दावा है कि परिसर के तहखाने में त्रिशूल, स्वास्तिक, घंटी, श्लोक के चिन्ह मिले हैं। पत्रिका हिन्दू पक्ष की ओर से किए जाने वाले दावों की पुष्टि नहीं करहता है। एडवोकेट कमिश्नर के अनुसा रिपोर्ट को गोपनीय रखने के निर्देश कोर्ट की ओर से दिए गए हैं ऐसे में कोर्ट में रिपोर्ट पेश होने के बाद भी स्पष्ट हो पाएगा की सर्वे में क्या मिला है।
पूरा हुआ तीसरे दिन का सर्वे

श्रृंगार गौरी विवाद के बीच सोमवार को तीसरे दिन का सर्वे पूरा हो गया है। सुबह 10 बजे ही तीसरे दिन का सर्वे पूरा कर लिया गया है। कोर्ट ने सर्वे के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय दिया था। 17 मई यानी की कल एडवोकेट कमिश्नर कोर्ट के सामने रिपोर्ट पेश करेंगे।
सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय, 29 वर्ष बाद खुले कमरे

एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है, इसे साझा नहीं किया जा सकता। सर्वे के लिए परिसर के कमरे 29 वर्ष बाद खोले गए हैं। तहखाने के अंदर की बनावट, धार्मिक चिह्न, कलाकृतियों और खंभों की वीडियोग्राफी करवाई गई है। सर्वे के दौरान टीम ने सभी पहलुओं की जांच की है। सर्वे को दौरान दो कमरों के ताले आसानी से खुल गए, लेकिन तीसरे कमरे का ताला तोड़ना पड़ा। दावा किया जाता है कि चार जनवरी 1993 को तत्कालीन डीएम सौरभ चंद्र ने नीचे के तीनों कमरों पर ताले लगवा दिए थे।
नहीं हुई कोई समस्या

रविवार को सर्वे में किसी प्रकार की समस्या नहीं आई। दोपहर को परिसर से टीम के निकल जाने के बाद गोदौलिया-मैदागिन मार्ग को शुरू कर दिया गया। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन एडवोकेट कमीशन की कार्यवाही शांतिपूर्वक माहौल में पूरी हुई है।
बढ़ाई गई सुरक्षा

ज्ञानवापी परिसर के पास सोमवार को सुरक्षा ज्यादा सख्त की गई। सर्वे के दूसरे दिन अधिवक्ता आयुक्त समेत वादी-प्रतिवादी पक्षों सहित कुल 52 सदस्यों की टीम ने तीसरे दिन सर्वे का कार्य करेगी। दूसरे दिन के सर्वें में क्या-क्या मिला इसकों लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। सर्वे के बाद से कयासों का दौर जारी है। इसी बीच इस सबंध में किसी तहत की अफवाह ने फैले इसको लेकर सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है।
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