दरअसल अभी तक देश-प्रदेश में हैंड सैनिटाइजर का उत्पादन आइसो प्रोपाइल एल्कोहल (I.P.A) के द्वारा किया जा रहा था, लेकिन इसका उत्पादन आइसो प्रोपाइल एल्कोहल (I.P.A) के अलावा इथाइल एल्कोहल से भी किया जा सकता है। इन दिनो कोरोना वायरस के कारण जिस तरह हैंड सैनिटाइजर की डिमांड बढ़ी, उसी को देखते हुए आइसो प्रोपाइल एल्कोहल (I.P.A) की मांग बढ़ गई और अब मिलना ही मुश्किल होने लगा। जिसके चलते बाजार में हैंड सैनिटाइजर की बड़ी कमी हो गई। इसी कमी को पूरा करने के लिए अब कुछ निर्माताओं द्वारा हैंड सेनेटाइजर के उत्पादन के लिये इथाइल एल्कोहल की डिमांड की जाने लगी। तो उनकी इस डिमांड के मुताबिक चीनी मिलों के जरिये न सिर्फ उन्हें इथाइल एल्कोहल मुहैय्या कराई गई, बल्कि सीएम योगी के निर्देश पर हैंड सेनेटाइजर की कमी को पूरा करने के लिये चीनी मिलों को भी एक बड़े स्तर पर इथाइल एल्कोहल के साथ हैंड सैनिटाइजर बनाने के निर्देश जारी कर दिये गये। इन्हीं निर्देशों के क्रम में अब चीनी मिलें 38 हजार लीटर हैंड सेनेटाइजर बना रही हैं।
27 चीनी मिलों में बन रहा सैनिटाइजर प्रमुख सचिव गन्ना एवं आबकारी संजय आर. भूसरेड्डी के मुताबिक इन दिनों यूपी की 27 चीनी मिलों में बड़े स्तर पर इथाइल एल्कोहल बनाया जा रहा है। जिसके जरिये इन 27 चीनी मिलों समेत कुल 42 डिस्टलरी इकाइयों द्वारा यूपी में रोज करीब 38 हजार लीटर हैंड सेनेटाइजर बनाया जा रहा है। हमारा लक्ष्य यूपी में रोजाना 60 हजार लीटर हैंड सेनेटाइजर बनाना है, लेकिन पैकेजिंग से जुड़े सामान की किल्लत के चलते हम यह लक्ष्य फिलहाल पूरा नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि हम जल्द ही यह लक्ष्य भी पूरा कर लेंगे। जिससे मार्केट में हैंड सैनिटाइजर की कमी को पूरा किया जा सके।