जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ)अखिलेन्द्र दुबे ने बताया – हैंड वाश को अपनी आदत में जोड़ना बहुत ही आवश्यक है। हमारे शरीर में बहुत सी बीमारियाँ गंदे हाथों के कारण ही होती हैं।अगर हम बगैर हाथ धोए कुछ खाते हैं तो हमारे शरीर में खाने के साथ कीटाणु भी चले जाते हैं जो कि डायरिया जैसे रोगों का कारण बनते हैं | यदि किसी बच्चे को बार बार डायरिया होता है तो वह कुपोषित भी हो सकता है।इसलिए हमें खाना बनानेऔर खाने से पहले व् शौच के बाद अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए।धोने के बाद हाथों को कपड़े से पोंछने के बजाय हवा ही सुखाना चाहिए।
दुबे बताते हैं – केन्द्रों पर बच्चों को हाथ धोना “सुमांक ” के माध्यम से सिखाते हैं। जिसके तहत उन्हें 6 चरणों में हाथ धोना सिखाया जाता है | सबसे पहले सीधे हाथ पर साबुन लगाकर रगड़ना, उसके बाद उल्टे हाथ, फिर मुट्ठी, इसके बाद अंगूठे, तथा अंत में नाखून और कलाई धोनी चाहिए . इस तरह से अगर हम अपने हाथों को धोयेंगे तो हम बीमारियों से बच सकते हैं ।