बलरामपुर गार्डेन में जे0बी0 चैरिटेबल टस्ट द्वारा आयोजित हो रहे दो दिवसीय हनुमान जयन्ती एवं 18वें वार्षिकोत्सव एवं समारोह की शुरूआत मंगलाचरण के साथ हुई। लखनऊ के आयोजित होने वाले किसी धार्मिक समारोह में पहली बार भक्तों की निगाहें इन खूबसूरत छवि वाली राम की मूर्तियों पर ठहर जा रही है। दर्शन के लिए आने वाले भक्त शिल्पकारों एवं मूर्तिकारों की अदभुत कला की तारीफ करते देखे जा रहे है। आयोजक मंडल के सदस्य भी पंडाल में दर्शनार्थ रखी गयी इन दो अलग अलग मुद्राओं वाली इन आदमकद मूर्तियों के दर्शन के लिए उमडी़ भीड़ की श्रद्वा एवं प्रेम से काफी गदगद है।
भगवान राम ब्रहम स्वरूप है, जब तक जीव स्वयं को समर्पित नही करता, तब तक पार ब्रहम परमेश्वर श्री राम कृपा व्यक्ति को प्राप्त नही हो सकती। जैसे हनुमान ने अपने जीवन को श्री राम के चरणों मे समर्पित कर दिया और आज सम्पूर्ण ब्रहमांड हनुमान जी पूजा एवं आराधना कर रहा है। जय हनुमान, जय-जय हनुमान के मंगलाचरण के साथ बलरामपुर गार्डेन में दो दिवसीय हनुमान जयन्ती एवं अट्ठारवें वार्षिकोत्सव की शुरुआत करते हुए प्रख्या्त भजन गायक श्री ओंकार शंखधर ने उपस्थित भक्तजनों को सम्बोधित करते हुए कही।
पहले दिन प्रख्यात भजन गायकों की सरस प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। श्रद्दा भाव से उपस्थित हनुमान भक्तों ने देर शाम तक इनका अमृत पान करने के बाद प्रार्थना, आरती प्रसाद और तत्पश्चात छप्पन भोग एवं दिव्य भण्डारे का आनंद लिया।
जे० बी० चैरिटेबल ट्रस्टय द्वारा आयोजित इस आनंदमयी कार्यक्रम में पहले दिन प्रख्यात भजन गायक ओंकार शंखधर ने कर्ण प्रिय मधुर स्वर में पाँच बार हनुमान चालिसा का सस्वसर सामूहिक पाठ किया। एक शाम हनुमान के नाम कार्यक्रम में मानस मर्मस रमेश भाई शुक्ला ने हनुमत चरित्र पर विलक्षण एवं अदृभुत व्याख्यिा की। इसके बाद यश म्यूजिकल फाउण्डेशन अयोध्या की संगीता आहुजा एवं शमिष्ठा मित्रा के निर्देशन में हनुमत लीलाओं पर आधारित नृत्यक नाटिका प्रस्तुत की।