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जीवनशैली बदलकर दूर कर सकते हैं ह्रदयरोग और मधुमेह

locationलखनऊPublished: Sep 23, 2019 06:55:19 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

मधुमेह और ह्रदयरोग जैसी बीमारियों से आज के समय में हर घर पीड़ित है लेकिन यह दोनों बीमारियां ऐसी हैं जिन्हें व्यक्ति अपनी जीवनशैली बदलकर दूर कर सकता है।

जीवनशैली बदलकर दूर कर सकते हैं ह्रदयरोग और मधुमेह

जीवनशैली बदलकर दूर कर सकते हैं ह्रदयरोग और मधुमेह

लखनऊ. मधुमेह और ह्रदयरोग जैसी बीमारियों से आज के समय में हर घर पीड़ित है लेकिन यह दोनों बीमारियां ऐसी हैं जिन्हें व्यक्ति अपनी जीवनशैली बदलकर दूर कर सकता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान खुद के लिए समय नहीं निकाल पा रहा है इसलिए वह तमाम बीमारियों का शिकार हो रहा है। त्वरित लाभ के लिए रोगी एलोपैथ की दवाइयों का सहारा लेता है। कई बार उसे तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन हर दवा का साइड इफेक्ट होता है। भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्वति आयुर्वेद में मधुमेह और ह्रदयरोग का समुचित उपचार है। यह बातें मधुमेह और ह्रदयरोग रोगियों के सम्मिलन कार्यक्रम हार्दिक समारोह में चिकित्सकों ने बताईं। कार्यक्रम का आयोजन माधवबाग (जॉपलिंग रोड, हजरतगंज) क्लीनिक ने किया।

समारोह में उपस्थित दर्जनों रोगियों ने अपने-अपने अनुभव एक दूसरे से शेयर किए। मधुमेह रोगियों ने बताया कि किस तरह आयुर्वेद दवाओं के सेवन और पंचकर्म उपचार के बाद न केवल उनके स्वास्थ्य में आशातीत सुधार हुआ बल्कि वर्षों से चल रहीं उनकी एलोपैथ की दवाएं भी छूट गई। आयुर्वेद की दवाओं के साथ-साथ नियमित व्यायाम और जीवन शैली में बदलाव भी आवश्यक है तभी रोगियों को शीघ्रता के साथ रोग से छुटकारा मिलता है। मधुमेह और ह्रदय रोगियों के लिए अपने खान-पान में नियंत्रण रखना बहुत जरूरी होता है।

कार्यक्रम में डॉ. आशुतोष पाठक, डॉ.वीके मिश्रा और डॉ. आशीष पांडेय, ओमप्रकाश प्रजापति ने रोग निवारण के संदर्भ में रोगियों से चर्चा की और समुचित आहार-विहार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। रोगियों ने भी अपने अनुभव शेयर किए कि कैसे उन्होंने खान-पान में नियंत्रण रखकर आयुर्वेद की दवाओं के सेवन से जटिल रोगों से निजात पाई।

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