बताया गया कि किस तरह मेडिसिनल पौधों और उत्पादों को मानव कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। प्राकृतिक उत्पादों का इस्तेमाल किस तरह से किया जाए इस पर चर्चा की गई। बुद्धिजीवियों ने इसके विभिन्न प्रकार के इस्तेमाल पर मंथन किया और अपने विचार छात्रों के सामने रखें। इसमें बताया गया कि आयुर्वेदिक से बनने वाली दवाइयों का फार्मूला क्या होना चाइये, कैसे मेडिसिनल प्लांट की क्वालिटी चेक की जाए और कैसे उसे मार्किट तक पहुँचाया जाए।