इससे 6 महीने पहले मार्च में भी बुन्देलखण्ड के 19 अन्नदाताओं के ट्रैक्टर नीलाम किए गए थे. एक तरफ सरकार की कर्जमाफी योजना अन्नदाताओं को थोड़ी राहत की दहलीज पर पहुंचा रही है तो वहीं नीलामी का चाबुक उन्हें घायल कर रहा है. सूखा कम उपज अन्न जानवरों की समस्या व कर्ज के बोझ तले किसानों की संपत्ति यूँ ही नीलाम होती है बुन्देलखण्ड में. फसलों की उचित व अच्छी पैदावार न होने से आर्थिक रूप से टूटते अन्नदाताओं के सामने नीलामी के सिवा बचता भी कुछ नहीं है. इसीलिए बुन्देलखण्ड में कर्जमाफी के तहत लघु व सीमांत किसानों का दायरा जमीन के हिसाब से नहीं बल्कि उपज के हिसाब से निर्धारित करने की आवाज बुलन्द हो रही है.
एक तरफ किसानों को जहाँ कर्जमाफी की डोली में बैठकर राहत की सैर कराई जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ बैंक की नीलामी नोटिस देखकर उनके माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. कर्ज के बोझ से दबे किसानों के ट्रैक्टर 16 अक्टूबर को नीलाम होंगे. चित्रकूटधाम मंडल के 10 अन्नदाता इस नीलामी की मार से पीडि़त हैं जिनका ट्रैक्टर एक महीने बाद नीलामी की कगार पर खड़ा होगा. भारतीय स्टेट बैंक क्षेत्रीय कार्यालय बांदा की तरफ से किसानों के ट्रैक्टर नीलामी की नोटिस चस्पा और समाचार पत्रों आदि के माध्यम से इसकी सूचना भी प्रेषित की गई है.
चित्रकूटधाम मंडल के 10 किसानों के ट्रैक्टर इस नीलामी के तहत नीलाम होंगे. बांदा के 6, चित्रकूट के 1, हमीरपुर के 3, अन्नदाताओं के ट्रैक्टर नीलामी की दहलीज पर खड़े हैं जिन्हें 16 अक्टूबर को नीलाम किए जाने की तैयारी है. इन सभी किसानों ने खेती के लिए अपनी गाढ़ी कमाई से ट्रैक्टर खरीदा था. नीलामी से सम्बंधित बैंक अधिकारी ने बताया कि कर्ज न चुका पाने के कारण किसानों के ट्रैक्टर नीलाम करने की नोटिस जारी की गई है. जिसकी कार्यवाही अक्टूबर में की जाएगी. नीलामी सम्बन्धी सूचना विभिन्न समाचार पत्रों व अन्य माध्यमों के तहत प्रकाशित कराइ गई है. बांदा के किसान लक्ष्मी प्रसाद पर बैंक का 5 लाख 98 हजार 439 रुपये चंद्रशेखर पर 5 लाख 21 हजार 562 रुपये बकाया है, इसी प्रकार 10 किसानों पर लाखों रुपये का कर्ज बकाया है. ट्रैक्टर किसानों की खेती से लेकर उनके रोजगार तक का मजबूत माध्यम होते हैं लेकिन अब इनके नीलाम होने से इन किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है.
चित्रकूटधाम मंडल के 10 किसानों के ट्रैक्टर इस नीलामी के तहत नीलाम होंगे. बांदा के 6, चित्रकूट के 1, हमीरपुर के 3, अन्नदाताओं के ट्रैक्टर नीलामी की दहलीज पर खड़े हैं जिन्हें 16 अक्टूबर को नीलाम किए जाने की तैयारी है. इन सभी किसानों ने खेती के लिए अपनी गाढ़ी कमाई से ट्रैक्टर खरीदा था. नीलामी से सम्बंधित बैंक अधिकारी ने बताया कि कर्ज न चुका पाने के कारण किसानों के ट्रैक्टर नीलाम करने की नोटिस जारी की गई है. जिसकी कार्यवाही अक्टूबर में की जाएगी. नीलामी सम्बन्धी सूचना विभिन्न समाचार पत्रों व अन्य माध्यमों के तहत प्रकाशित कराइ गई है. बांदा के किसान लक्ष्मी प्रसाद पर बैंक का 5 लाख 98 हजार 439 रुपये चंद्रशेखर पर 5 लाख 21 हजार 562 रुपये बकाया है, इसी प्रकार 10 किसानों पर लाखों रुपये का कर्ज बकाया है. ट्रैक्टर किसानों की खेती से लेकर उनके रोजगार तक का मजबूत माध्यम होते हैं लेकिन अब इनके नीलाम होने से इन किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है.
विभिन्न दुश्वारियों से जूझते बुंदेलखण्ड व यहां के अन्नदाताओं की संपत्ति नीलाम होने की यह कोई नहीं सूचना नहीं , इससे पहले भी अन्नदाताओं की संपत्तियां नीलामी के चौराहे पर खड़ी की गई हैं. इसी वर्ष 6 महीने पहले मार्च में 19 किसानों के ट्रैक्टर नीलाम हुए थे जिनमें बांदा के 5 महोबा के 3 हमीरपुर के 10 और चित्रकूट का एक किसान शामिल था. इन सभी पर लगभग 63 लाख 60 हजार 729 रुपये का बकाया था. 11 सितम्बर को बांदा में यूपी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह ने 5100 किसानों को कर्जमाफी के प्रमाणपत्र बांटे थे. उसके ठीक चार दिन बाद ही बैंक की ओर से नीलामी की नोटिस जारी कर दी गई.