यूपी के 16 जिलों में धारा 144 लागू
सीएए को लेकर पहले भी यूपी के संवेदनशील जिलों में हिंसक प्रदर्शन हो चुके हैं, जिसमें प्रदेश की राजधानी लखनऊ, बागपत, मेरठ, अलीगढ़, फिरोजाबाद समेत कई जिले हिंसा की आग में जल चुके हैं। उसके बाद योगी सरकार ने दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने का फैसला किया था। इसी के चलते दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर के अलावा संवेदनशील जिले अलीगढ़, मुजफ्फरनगर और संभल सेमत 16 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि कोई अनहोनी न हो सके।
घंटाघर इलाके में बढ़ा पुलिस बल
लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने बताया कि अलर्ट के चलते घंटाघर इलाके में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। यहां भी पिछले करीब एक महीने से महिलाएं सीएए के खिलाफ धरना प्रदर्शन पर बैठी हैं।
व्हाट्सएप ग्रुप पर पुलिस की नजर
बिगड़ते माहौल को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर के सभी थाना क्षेत्र में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जिनके जरिए सोशल मीडिया पर अफवाह और जहर फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है। इनके अलावा सोशल मीडिया पर वायरल मैसेजेज की भी मॉनिटरिंग की जा रही है। कानपुर में सभी व्हाट्सएप्प ग्रुप एडमिन के लिए एसएसपी ने सूचना जारी करते हुए कहा कि किसी प्रकार की भ्रांति फैलाने वाली, भड़काऊ, उकसाने वाली, अराजकता फैलाने वाली पोस्ट डाली गई या शेयर या फारवर्ड की गई एवं आपके द्वारा पुलिस को तत्काल सूचित नही किया गया तो कानूनी प्रक्रिया एवं समस्त कार्यवाही आपके विरुद्ध भी अमल में लायी जाएगी।
संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त फोर्स तैनात
उत्तर प्रदेश के आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) विजय भूषण के मुताबिक दिल्ली में हुई हिंसा को देखते हुए संवेदनशील जिलों में एहतियातन एक्स्ट्रा फोर्स और पीएसी को लगाया गया है। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों आदेश भेजा गया है। डीजीपी मुख्यालय से पूरे यूपी के जनपदों की मॉनिटरिंग करने की सलाह दी गई है। सभी जनपदों के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से शांति का माहौल है।