CBI ने थाने के तत्कालीन एसओ केपी सिंह समेत 6 पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया है। हाईकोर्ट ने दिए निर्देश- उन्नाव रेप केस और पीड़िता के पिता की मौत के मामले को लेकर दाखिल एक याचिका की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डीबी भोसले और जस्टिस सुनीत कुमार की खंडपीठ ने आदेश दिया कि सीबीआई द्वारा विवेचना अपने हाथ में लेने तक SIT सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करे। बेंच ने सवाल किया कि सीबीआई ने अभी तक आरोपी को गिरफ्तार किया है की नहीं। जवाब में सरकार के महाधिवक्ता राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि सीबीआई ने कुलदीप को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस पर कोर्ट ने असहमति जताते हुए कहा कि कि इससे उद्देश्य पूरा नहीं होता। विवेचना अधिकारी चाहे सीबीआई का हो या एसआईटी आरोपियों की तत्काल गिरफ़्तारी की जाए। इससे पहले हाईकोर्ट ने आदेश देते हुए कहा है कि सीबीआई 20 जून, 2017 को दर्ज हुई एफआईआर व अन्य प्राथमिक रिपोर्ट की भी विवेचना भी करे। हाई कोर्ट ने जमानत पर छूटे आरोपियों की जमानत निरस्त करने का आदेश दिया है। साथ ही इस मामले की प्रोग्रेस रिपोर्ट 2 मई तक सौंपने के निर्देश भी दिए हैं।
सुबह-सुबह लिए गए विधायक हिरासत में- सीबीआई की टीम ने कुलदीप सिंह सेंगर को आज लखनऊ में इंदिरानगर के उनके पुश्तैनी घर से सुबह करीब 5 बजे हिरासत में लिया था। इससे पहले उन्नाव मामले में एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को सेंगर के खिलाफ FIR तो दर्ज हो गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने से इंकार कर दिया था। सेंगर पर हुई एफआईआर में रेप और अपहरण जैसी संगीन धाराएं (धारा 363, 366, 376, 506 और पॉस्को एक्ट) लगाई गई हैं।
मामले में सीबीआई 6 निलंबित पुलिसकर्मियों से कर रही है पूछताछ- सीबीआई ने उन्नाव के माखी थाने के तत्कालीन एसओ केपी सिंह समेत 6 पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया है। सीबीआई ने उन 6 पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। इन पुलिसकर्मियों को इस केस में लापरवाही बरतने के आरोपों में निलंबित किया गया है। निलंबित पुलिसकर्मियों को भी हिरासत में लेकर सीबीआई द्वारा पूछताछ की जा रही है।