परीक्षा में पहले से ज्यादा सावधानी यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार 56 लाख अभयर्थी शामिल हुए थे, जिसमें हाईस्कूल के 30,22,607 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट के 25,84,511 परीक्षार्थी थे। इन परीक्षार्थियों के लिए प्रदेश भर में 7784 परीक्षा केंद्र बनाए गए। यूपी बोर्ड के अनुसार, इस बार परीक्षा में पहले से ज्यादा सख्ती बरती गई। सभी परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी कैमरा, वॉयस रिकॉर्डर, ब्रॉडबैंड, राउटर जैसी तकनीकों से लैस किया गया था। हर जिले में एक मॉनिटरिंग सेल बनाया गया था, जिसे लखनऊ में शिक्षा निदेशक के कार्यालय से जोड़ा गया था। चीटिंग से बचने के लिए पूरी परीक्षा स्पेशल टास्क फोर्स, जिलाधिकारी और पुलिस की देखरेख में कराई गई।
चार रंगों में बनवाई कॉपियां उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार परीक्षा की कॉपियों को चार रंगों में बनवाया गया था। ये कॉपियां नीला, पीला, हरा और गुलाबी रंग की थीं। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा की कॉपियों में क्रमांक भी दर्ज किये गए थे। इसका उद्देश्य नकलवीहिन परीक्षा आयोजित कराना था। इससे फायदा यह मिलेगा कि उत्तर पुस्तिकाओं में क्रमांक दर्ज होने से इन्हें बाहरी कॉपियों से बदला नहीं जा सका।