37 फीसदी छात्र घर लेते हैं सिगरेट की पहली कश राजधानी लखनऊ में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में Global Young Tobacco Survey (GYTS) ने जो रिपोर्ट पेश की उसमें काफी चौंकाने वाले आँकड़े मिले। इस रिपोर्ट के मुताबिक 37 फीसदी (37.4%) से ज्यादा छात्र सुरक्षित जगह की तलाश में अपने घर पर ही सिगरेट पीना शुरू करते हैं। जबकि करीब 20 फीसदी (19.8%) छात्र सिगरेट की पहली कश अपने दोस्तों के घर लेते हैं।
13 फीसदी से ज्यादा छात्र स्कूलों में पीते हैं सिगरेट सर्वे के दौरान 13 फीसदी (13.5%) छात्रों ने स्वीकार किया कि वे स्कूल में सिगरेट पीते हैं, करीब 11 फीसदी (11.8%) छात्रों ने माना कि वे सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट पी चुके हैं। वहीं करीब 9 फीसदी (8.9%) छात्रों ने सामाजिक समारोहों जैसे शादी विवाह आदि जगहों पर और करीब 10 फीसदी (9.7%) छात्रों ने कहीं भी सिगरेट पीने की बात को माना।
सिगरेट पीने में लड़कियाँ आगे GYTS की रिपोर्ट में एक जो सबसे चौंकाने वाली बात आयी है वो ये कि सिगरेट पीने वाले छात्रों में लड़कियों की संख्या ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक इस उम्र तक आते-आते प्रदेश के 23 फीसदी छात्र सिगरेट पीने लगते हैं। जिनमें 24 फीसदी लड़कियाँ और 22 फीसदी लड़के शामिल हैं।
13 से 15 आयु वर्ग के स्कूली छात्रों में हुआ सर्वे GYTS ने ये सर्वे 13 से 15 आयु वर्ग के स्कूल जाने वाले छात्रों पर किया था। सर्वे में लड़के और लड़कियाँ दोनों शामिल थे।