डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिंदी हमारी मातृ भाषा के साथ-साथ राजभाषा भी है और लोगों तक पहुँच स्थापित करने के लिए टेक्नॅालाजी स्तर पर इसका व्यापक प्रयोग करने की जरूरत है। आज परिवर्तन और विकास की भाषा के रूप में हिन्दी के महत्व को नये सिरे से रेखांकित किया जा रहा है।
कई प्रकार की होगी प्रतियोगिताए लखनऊ जीपीओ के Chief postmaster आर एन यादव ने कहा कि हिंदी पूरे देश को जोड़ने वाली भाषा है और सरकारी कामकाज में भी इसे बहुतायत में अपनाया जाना चाहिये। सहायक निदेशक (राजभाषा) आई के शुक्ला ने इस अवसर पर Hindi Pakhwada के दौरान डाक विभाग द्वारा मनाये जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों से भागीदारी की अपील की। सहायक निदेशक एपी अस्थाना ने बताया कि इस दौरान हिंदी श्रुतलेखन, निबंध लेखन, टंकण प्रतियोगिता, पत्र लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, काव्य पाठ जैसी तमाम प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएँगी।
वरिष्ठ लोगों ने रखे अपने विचार आरएन यादव, चीफ पोस्टमास्टर लखनऊ जीपीओ, जेबी दुर्गापाल, प्रवर अधीक्षक डाकघर फैजाबाद, एचके यादव, अधीक्षक डाकघर सीतापुर, एसके सक्सेना, अधीक्षक डाकघर, रायबरेली, टीपी सिंह, अधीक्षक डाकघर बाराबंकी, अविनाश सिन्हा, सर्किल मैनेजर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक,स्मृति श्रीवास्तव, सहायक डाक अधीक्षक उमेश कुमार, सुनील कुमार, प्रियम गुप्ता, प्रभाकर वर्मा, अखंड प्रताप सिंह सहित डाक विभाग के तमाम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विजय कुमार और आभार ज्ञापन सहायक निदेशक एपी अस्थाना ने किया ।