होली (Holi) पर रंगों से खेलने का जितना उमंग रहता है, उससे ज्यादा रंगों से होने वाले त्वचा को नुकसान का टेंशन रहता है। यह टेंशन उन लोगों को ज्यादा होती है, जिन्हें होली के एक-दो दिन बाद स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या फिर किसी दूसरे शहर या जिला जाना होता है।
side effects of Holi colours
लखनऊ. रंगो का त्योहार होली (Holi) बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार माना जाता है। उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में इस त्योहार को हर्षोहल्लास के साथ मनाया जाता है। होली सभी के लिए खुशियां, मस्ती, रोमांच और उत्साह लेकर आती है। रंगों के इस त्योहार को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आमतौर पर इसे होली कहा जाता है। वहीं अलग-अलग स्थानों पर होली को फगुआ, उक्कुली, लठमार होली, होली महल्ला, दोल जात्रा आदि नामों से भी जाना जाता है। होली पर रंगों से खेलने का जितना उमंग रहता है, उससे ज्यादा रंगों से होने वाले त्वचा को नुकसान का टेंशन रहता है। यह टेंशन उन लोगों को ज्यादा होती है, जिन्हें होली के एक-दो दिन बाद स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या फिर किसी दूसरे शहर या जिला जाना होता है। दरअसल, बाजारों में रंग मिलते हैं उनमें अभ्रक, शीशा जैसे हानिकारक तत्व मिले होते हैं। इनसे त्वचा रुखी और बेजान हो जाती है। बालों में भी रंग पड़ता है जिससे कि बाल तक झड़ने लगते हैं। ऐसे में रंगों के हानिकारक प्रभाव से बचने और इन्हें छुड़ाने के लिए आपको कुछ टिप्स फॉलो करने होंगे।
लखनऊ से ब्यूटी एक्सपर्ट व मिसेज इंडिया इंटरनेशनल (2018) तेजस्विनी सिंह ने रंग खेलने के बाद त्वचा को बेजान होने से बचाने के लिए कुछ टिप्स दिए हैं। पत्रिका से बातचीत में तेजस्विनी ने बताया कि होली खेलने के बाद लोगों की सबसे बड़ी गलती एक ही बार में रगड़-रगड़ कर अपनी स्किन को साफ करना होता है। इससे चेहरे से रंग तो छूट जाता है लेकिन स्किन बेजान और रूखी हो जाती है। उन्होंने कहा कि अगर होली खेलने के साथ त्वचा का भी ख्याल रखना है तो इसके लिए जरूरी है कि रंग को एक बार में छुड़ाने के बजाय आप उसे दो से तीन दिन के प्रोसेस में छुड़ाएं। उन्होंने बताया कि बादाम तेल स्किन के लिए सबसे बेस्ट होता है। यह लाइट वेट होता है जो कि स्किन को मॉइश्चराइज करता है। इसके अलावा त्वचा के रूखेपन से बचने के लिए ग्लिसरीन, शहद या कैस्टर ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप उबटन लगाकर चेहरा साफ करते हैं, तो उसमें नारियल तेल और कैस्टर ऑयल मिलाकर इस्तेमाल करें। नारियल तेल में त्वचा से रंग छुड़ाने की क्षमता ज्यादा होती है।
बालों का भी रखें खास ख्याल ब्यूटी एक्सपर्ट तेजस्विनी सिंह ने बालों का ख्याल रखने को लेकर भी टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर पेट्रोलियम जेली को चेहरे पर लगाने की भूल करते हैं। इसे बालों में लगाना चाहिए। इसी तरह बालों में शैंपू से पहले अंडा और कैस्टर ऑयल भी लगाकर बाल धोया जा सकता है। अगर शाकाहारी हैं तो अंडे की जगह एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें।
कुछ अन्य टिप्स – सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों और टैनिंग से बचने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना न भूलें। होली खेलने निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं। यह आपकी स्किन को बेजान होने से भी बचाएगा।
– होली के दिन आप पूरे शरीर पर शहद और शिया बटर युक्त मॉइश्चराइजर भी लगा सकते हैं। इससे त्वचा कोमल बनेगी और उसमें नमी बरकरार रहेगी। – नाखूनों को रंगों से बचाने के लिए होली खेलने से पहले नेलपेंट लगा लें। इससे नाखून पर लगे रंगों का पता नहीं चलेगा और नाखून गंदे भी नहीं लगेंगे।
– बालों को रंगों के हानिकारक प्रभाव से बचाने के लिए पूरे बाल में तेल लगा लें। दो बड़े चम्मच बादाम तेल में दो बूंद लैवेंडर ऑयल, एक बूंद गुलाब तेल और दो से तीन बूंद नींबू के रस को मिलाकर लगा सकते हैं। इससे बाल रंगों के प्रभाव से सुरक्षित भी रहेंगे और उन्हें पोषण भी मिलेगा।
– अगर हल्दी लगाने से स्किन रुखी हो जाती है तो रंग खेलने के बाद आप मलाई में नींबू मिलाकर लगा सकते हैं। अगर रंगों से त्वचा में जलन हो रही है तो इस उपाय से आराम मिलेगा। लेकिन अगर दानों (Pimples) की समस्या है, तो नींबू का इस्तेमाल न करें। इससे रंग तो ुतरेगा ही साथ ही त्वचा में ग्लो भी आएगा। नींबू त्वचा के रुखेपन को दूर करता है।