ऑनलाइन लिए होमगार्ड जवान से लेकर नोडल, वैतनिक हवलदार, बीओ और पीसी के पास भी अपनी लॉगइन आइडी होगी। जवानों की उपस्थिति-अनुपस्थिति एनआइसी के जरिए जिला कमांडेंट से लेकर मंडल, मुख्यालय और शासन स्तर पर बैठे अधिकारी देख सकेंगे। इस व्यवस्था से होमगार्ड जवानों का शोषण नहीं होगा। बता दें कि बीते साल उजागर हुए होमगार्ड जवानों के फर्जी मस्टर रोल वेतन घोटाले के बाद इसे लागू किया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत बाराबंकी से इसका परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद सभी 75 जनपदों में व्यवस्था लागू की जाएगी।
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क्या है मस्टर रोल घोटाला
आरोपी सबसे पहले फर्जी मस्टर रोल तैयार करते थे। इसमें दो तरह से फर्जीवाड़ा होता था। एक तो जिस थाने या कार्यालय में जितने होमगार्ड को तैनात किया जाता था। उससे डेढ़ या दो गुना संख्या फर्जी मस्टर रोल में लिखते थे। इसके बाद अतिरिक्त होमगार्डों के वेतन निकाल लिए जाते थे। होमगार्ड अपने खाते से पैसे निकालकर सभी को शेयर के मुताबिक देते थे। वहीं, दूसरा फर्जीवाड़ा कार्य दिवस बढ़ाकर करते थे। जैसे एक माह में किसी होमगार्ड ने दस दिन की ड्यूटी की तो उसका कार्य दिवस 20 से 25 दिनों का दिखाया जाता था।