चचेरे साले पर लगाए आरोप उमेश प्रताप (IAS Umesh Pratap Singh) ने एसएसपी से चेचेरे साले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उसकी अकूत संपत्तियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। एसएसपी के प्रवक्ता का कहना है उमेश प्रताप की तहरीर को उनके खिलाफ दर्ज हत्या के मामले का बयान मानते हुए विवेचना में दर्ज किया जाएगा। उमेश ने कहा कि उन्होंने कभी राजीव का दबाव नहीं माना और गलत काम करने से साफ मना कर दिया। इससे वह उनकी छवि धूमिल करने का मौका ढूंढ रहा था। राजीव का उनके परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। न ही उनके बच्चे उसके बारे में जानते हैं। अनीता के पिता राम इकबाल सिंह उम्र दराज हैं और बीमार रहते हैं। इसलिए वह उन्हीं के साथ में ही रहते हैं। राजीव उनका भी कभी हाल-चाल लेने घर नहीं आया।
अनीता की चल रही थी सांस प्रोन्नत आईएएस उमेश प्रताप सिंह (IAS Umesh Pratap Singh) ने बताया कि घटना वाली दोपहर वह अपने दोस्त ललित मिश्रा के साथ घर पर ही थे। दोपहर करीब ढाई बजे पहली मंजिल पर अनीता के कमरे से गोली चलने की आवाज सुनते ही वह ऊपर दौड़े। कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। उसे तोड़कर भीतर घुसे तो अनीता लहूलुहान सोफे पर पड़ी थी। उसकी सांसें चल रही थीं। उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे भर्ती करने से इनकार करते हुए ट्रॉमा सेंटर ले जाने के लिए कहा गया। ट्रॉमा सेंटर (Trauma Center Lucknow) में चिकित्सकों ने अनीता (Anita Singh Death) को मृत घोषित कर दिया।