script… तो 12 अक्टूबर से विधान भवन का होगा घेराव | If demands not fullfilled by 12 October then Legislative assembly will | Patrika News

… तो 12 अक्टूबर से विधान भवन का होगा घेराव

locationलखनऊPublished: Sep 28, 2017 07:32:48 pm

Submitted by:

Ashish Pandey

ग्राम रोजगार सेवकों ने लखनऊ में हुए लाठीचार्ज के विरोध में जिला मुख्यालय में निकला पैदल मार्च।
 

gram rogar sevak

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औरैया. ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर लखनऊ मुख्यालय पर ग्राम रोजगार सेवक 12 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे, जहां 14 दिन बाद प्रदेश सरकार की अदूरदर्शी नीति के कारण रोजगार सेवकों के साथ लाठी चार्ज कर लोकतंत्र की हत्या जैसे कार्य किया गया। 91 रोजगार सेवकों को फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेज दिया गया। इसके विरोध में ग्राम रोजगार सेवक संघ ने अपने तीन प्रमुख मांगों को लेकर सरकार से निस्तारण किए जाने की मांग की है।
रोजगार संघर्ष सेवा समिति ने मुख्यमंत्री को प्रेषित मांग पत्र में मांग की है कि 25 सितंबर को लक्ष्मण मेला मैदान में पुलिस द्वारा किए गए बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज के दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज कर दंडित किया जाए तथा 91 ग्राम रोजगार सेवकों के विरुद्ध दर्ज किए गए पंजीकृत मुकदमे को वापस लेकर घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। इसके अलावा पूर्व में प्रेषित 9 सूत्री मांगों को लेकर भेजे गए विज्ञापन में उचित कार्यवाही की जाए। ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के जिला स्तरीय संचालन समिति के राघवेंद्र सिंह, सतीश बाबू, प्रद्युम्न कुमार, अरुण कुमार, संजय बाबू, मनोज कुमार, राहुल कुमार, सचिन प्रताप सिंह, अंकुर कुमार, अजय पाल सिंह, अवधेश कुमार और सतीश बाबू आदि ने जिला मुख्यालय में पैदल मार्च कर लखनऊ में रोजगार सेवकों के विरुद्ध की गई कार्यवाही को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया।
लखनऊ में हुए लाठीचार्ज में 91 रोजगार सेवकों में से जनपद औरैया के भी रोजगार सेवक इस लाठीचार्ज में घायल हुए थे, उनके खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया था, जिस पर आज पैदल मार्च में उनके आने पर ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति ने अपने साथी का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा 12 अक्टूबर तक अगर उनकी मांगों को पूरा नहींं किया गया तो देश प्रदेश के 38000 ग्राम रोजगार सेवक विधान भवन लखनऊ का घेराव करने को बाध्य होंगे। इसके लिए सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी।
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