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अवैध धर्म परिवर्तन मामले में यूपी , दिल्ली और यूपी में एटीएस की छापेमारी

locationलखनऊPublished: Oct 05, 2021 06:46:43 pm

Submitted by:

Pragati Tiwari

टीएस द्वारा 2 अक्टूबर को अवैध धर्मांतरण मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार करने के बाद छापेमारी की गई है।

अवैध धर्म परिवर्तन मामले में यूपी , दिल्ली और यूपी में एटीएस की छापेमारी

अवैध धर्म परिवर्तन मामले में यूपी , दिल्ली और यूपी में एटीएस की छापेमारी

लखनऊ – उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को अवैध धर्मांतरण मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सिलसिलेवार छापेमारी की। जांच के सिलसिले में मुख्य आरोपी मौलाना कलीम सिद्दीकी और उसके साथियों के कई आवासों पर छापेमारी की गई है।
ATS द्वारा दी गयी जानकारी के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
एटीएस के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी और यूपी के कई स्थानों पर चल रहे छापे में आपत्तिजनक सबूत जब्त किए गए हैं।
एटीएस द्वारा 2 अक्टूबर को अवैध धर्मांतरण मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार करने के बाद छापेमारी की गई है।
एटीएस द्वारा उपलब्ध कराए गए जानकारी के अनुसार, आरोपी ने कट्टरपंथी संदेश साझा करके व्हाट्सएप ग्रुपों में धार्मिक घृणा का प्रचार किया था।
वह अब तक सिद्दीकी सहित अवैध धर्मांतरण रैकेट में 14 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुके हैं। 64 वर्षीय इस्लामी स्कॉलर को 22 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने जून में उमर गौतम को 8 अन्य लोगों के साथ धर्म परिवर्तन रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
जांच के दौरान मिला ये
यह पाया गया कि रैकेट में बधिर बच्चों और महिलाओं का इस्लाम में धर्मांतरण शामिल था और 1,000 से अधिक लोगों को धर्मांतरित किया गया था।
एटीएस के बयान में आगे कहा गया है कि नोएडा में एक दर्जन से अधिक मूक-बधिर बच्चों का भी धर्म परिवर्तन कराया गया। गिरफ्तार आरोपियों ने हर साल करीब 250 से 300 लोगों का धर्म परिवर्तन करने की बात कबूल की है।
महीनों तक संदिग्ध गतिविधियों के चलते सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर रहने के बाद सिद्दीकी को मेरठ में गिरफ्तार किया गया था।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी, कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने खुलासा किया कि मौलवी ने मामले में बड़ी मात्रा में विदेशी धन प्राप्त किया था।
उन्होंने कहा, “जांच से पता चलता है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाते हैं, जो कई मदरसों को फंड करता है, जिसके लिए उन्हें बड़ी विदेशी फंडिंग मिली। जांच से पता चलता है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी के ट्रस्ट को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित विदेशी फंडिंग में 3 करोड़ रुपये मिले। इस मामले की जांच के लिए एटीएस की 6 टीमों को गठित किया गया है।

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