– इस दिन सभी सुहागिन महिलाओं को सबसे पहले सुबह उठ कर स्नान ध्यान करके मां गौरी की रेशमी वस्त्र और गहने से सजावट करनी चाहिए।
– उसके बाद अपने हाथों से मां की अर्धगोले आकार की मूर्ति बनाएं। बता दें कि इस तैयार मूर्ती को पूजा के स्थान में बीच में रखकर पूजा करनी चाहिए।
– हरियाली तीज पर पूजा के दौरान कथा भी सुननी चाहिए। ध्यान रहे जब भी कथा सुनें हमेशा पति का ही ध्यान लगाएं।
– इस व्रत में पानी नहीं पीना चाहिए।
– सजते समय पूरे सोलह श्रृंगार करें और आभूषण पहनें।
– महिलाओं को इस पर्व पर मेहंदी जरूर लगनी चाहिए।
मेहंदी लगाना क्यों है जरूरी
मेहंदी लगाने से बुध और शुक्र ग्रह बलवान होता है। असली मेहंदी के पत्तो का घोल सिर, पंजो, हथेली और तलवों पर लगानी चाहिये। इससे महिलाएं शांत रहती हैं, चिड़चिड़ापन दूर होता है और क्लेश नहीं करती हैं। इससे घर के सभी सदस्यों को प्यार करती हैं। वहीं जोड़ों के दर्द में भी मेहंदी से आराम मिलता है।