27 मई को होगी शिक्षक भर्ती परीक्षा राज प्रताप सिंह ने 27 मई को होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारियों का जायजा लेते हुए कहा कि इस परीक्षा को नकलविहीन कराना है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द से जल्द सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। राज प्रताप सिंह ने कहा कि ये एग्जाम टीईटी से अलग है। शिक्षक भर्ती परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रशन नहीं होंगे बल्कि इसकी जगह अतिलघुत्तरीय सवाल पूछे जाएंगे। इसके साथ ही इस परीक्षा में OMR शीट की जगह हर कक्ष निरीक्षक को कार्बन दिया जाएगा। इसके अलावा रफ पेपर अंसरशीट में ही होंगे। ऐसे में जो भी अभ्यर्थियों अपनी कॉपी चाहेगा वह कक्ष निरीक्षक से उसकी कार्बन शीट ले सकेगा।
मुन्नाभाइयों से ऐसे निपटेंगे इसके अलावा राज प्रताप सिंह ने कहा कि इस परीक्षा में नकल कराने वाले मुन्नाभाइयों से निपटने के लिए भी खास व्यवस्था की गई है। मुन्नाभाइयों से निपटने के लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा के समय ओरिजनल मार्कशीट और सर्टिफिकेट लाना जरूरी होगा। इसके अलावा जिस रूम में परीक्षा होगी वहां सीसीटीवी जरूर लगा हो इसपर भी
ध्यान दिया जाए। सीसीटीवी की सीडी एग्जान खत्म होने के बाद जमा करा दी जाएगी। प्रश्नपत्र को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी स्टैटिक मजिस्ट्रेट की होगी और स्टैटिक मजिस्ट्रेट अपने सामने प्रश्नपत्र खुलवाकर अभ्यर्थियों में बंटवाएगा। उत्तरपुस्तिका को सुरक्षित रखवाना भी स्टैटिक मजिस्ट्रेट का काम होगा।
68500 शिक्षकों की भर्ती के लिए मान्य होगा सर्टिफिकेट इसके अलावा इस परीक्षा में एक खास बात और होगी। इस शिक्षक भर्ती को पास करने वाले अभ्यर्थियों को जो प्रमाणपत्र मिलेगा वह केवल 68500 शिक्षक भर्ती के लिए ही मान्य होंगी। इसका मतलब 68500 शिक्षकों की भर्ती के बाद जब दोबारा शिक्षक भर्ती खुलेगी तो अभ्यर्थियों को फिर से लिखित परीक्षा देनी होगी। आपको बता दें कि इस भर्ती में सामान्य और ओबीसी कैटेगरी के लिए 33 फीसदी नंबर और एससी-एसटी कैटेगरी के लिए 30 फीसदी नंबर लाने पर ही अभ्यर्थी को पास माना जाएगा। इससे कम नंबर लाने वाले अभ्यर्थियों को डिस्क्वालीफाई माना जाएगा।