थोक मंडी के आढ़ती शाहनवाज हुसैन के मुताबिक, बारिश और बाढ़ की वजह से फसल लेट है। ऐसे में माल भी बड़ी मात्रा में बर्बाद हुए हैं। बर्बाद माल के एवज में भी दामों में बढ़ोतरी की गई है। थोक मंडी के आढ़ती बताते हैं कि मंडी में मार्केट में बिकने वाले अच्छी क्वालिटी के टमाटर की कीमत 950 रुपये प्रति कैरट है। वहीं, लहसुन 150 रुपये किग्रा. की दर से बिक रहा है। रकाबगंज सब्जी विक्रेता कल्याण समिति के मो. मुशीर राइनी के मुताबिक टमाटर का भाव अचानक चढ़ा है। अलग-अलग फुटकर मंडियों में 60 से 80 रुपये तक है। होलसेल मार्केट में दाम में बदलाव नहीं आया है लेकिन रिटेल दामों में आग लगी हुई है।
पिछले साल के मुकाबले बढ़ा लहसुन का प्रोडक्शन सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2018-19 में 28.36 लाख टन लहसुन का प्रोडक्शन हुआ। 2017-18 में 16.11 लाख टन लहसुन का प्रोडक्शन हुआ था। इस तरह लहसुन के प्रोडक्शन में 76 फीसदी इजाफा हुआ है। इसके बावजूद लहसुन के दाम चीते की रफ्तार से भाग रहे हैं।
बारिश से खराब हुआ स्टॉक बारिश से जुड़े कारोबारियों ने बारिश को लहसुन के खराब स्टॉक का कारण बताया है। इस वजह से लहसुन की सप्लाई सही तरीके से नहीं हो पा रही। यही कारण है कि लहसुन के दाम आसमान छू रहे हैं।
दाम पहले और अब भाव थोक मंडी टमाटर-600-950 कैरेट (25 किलो) लहसुन-150 से 180 रुपये प्रति किलो रेट फुटकर मंडी टमाटर- 60 से 80 रुपये प्रति किलो लहसुन- 60 से 70 रुपये प्रति पाव