दोगुने हो गए हैं दाम
देश के कई हिस्सों में भारी बरसात की वजह से सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित होने के कारण इस समय पंजाब,हिमाचल प्रदेश और हरियाणा आदि से टमाटर और हरी सब्जियां नहीं आ पा रही हैं। इसकी वजह से प्याज और टमाटर के दाम दोगुना होकर क्रमश: 80 रुपये और 50 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गये। व्यापारियों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब, हरियाणा आदि में भारी बरसात के कारण सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मटर, फूलगोभी और फलियों (बीन्स) जैसी अन्य प्रमुख सब्जियों की कीमतों में भी भारी वृद्धि हुई है। इस तरह की हालात रही तो, कीमतों में और भी ज्यादा बढ़ोतरी होने की आशंका है।
अन्य राज्यों में भारी बारिश ने बिगाड़ी सूरत
किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत बाढ़ के कारण डूबे हैं। यही वजह से राजधानी लखनऊ में तो प्याज का खुदरा दाम 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। जबकि दो दिन पहले तक प्याज 20-25 रुपये प्रति किलो बिक रहा था और अब कीमतें दोगुनी हो गई हैं। इस संबंध में लखनऊ सब्जी व्यापारी संघ के महासचिव का कहना है कि महाराष्ट्र, जहां से बहुतायत मात्रा में प्याज की आपूर्ति होती है, वहां से देश के उत्तरी भागों में प्याज की आपूर्ति में कमी आई है। पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में हाल ही में बाढ़ आई है। इससे सैकड़ों एकड़ फसल वाले खेतों को जलमग्न हो गए हैं। इससे टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
हर सब्जी में बढ़ी महंगाई
बाजार में इन दिनों टमाटर के दाम 40 रुपये से बढकऱ 80 रुपये प्रति किलो, मटर 90 रुपये किलो से बढकऱ 120 रुपये किलो, फूलगोभी 60-70 रुपये से बढकऱ 100 रुपये किलो, फली की कीमत 50 रुपये किलो से बढकऱ 90 रुपये किलो हो गई। लौकी पहले 40 रुपये किलो थी जो बढकऱ 50 रुपये किलो हो गई। गाजर का भाव 40 रुपये से बढकऱ 60 रुपये किलो हो गया। भिंडी की कीमत पहले के 40 रुपये की जगह अब 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। कुल मिलाकर सभी हरी सब्जियों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।