भुवनेश्वर कुमार ने अंतिम ओवरों में जरूरत के समय 30 गेंदों में 32 रनों (5 चौके) की अहम पारी खेली। इसके अलावा गेंदबाजी में भी हुनर दिखाते हुए उन्होंने एक विकेट भी लिया। इस मैच में कानपुर के लेफ्ट ऑर्म चाइनामैन स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने 4 ओवरों में 33 रन खर्च करते हुए खतरनाक कंगारू बल्लेबाज डेविड वार्नर (25 रन) और ऑलराउंडर स्टोनिस (03 रन) को पवेलियन की राह दिखाई। इनके अलावा यजुवेंद्र चहल ने तीन, हार्दिक पांड्या ने दो और जसप्रीत बुमराह ने एक विकेट लिया।
धोनी-पांड्या ने टीम को संभाला
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की शुरुआत काफी खराब रही है। टीम इंडिया ने 87 रनों तक 5 विकेट गवां दिए थे। विराट कोहली और मनीष पांडे तो खाता भी नहीं खोल सके। सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने 5 रन, रोहित शर्मा ने 28 रन और केदार जाधव ने 40 रन बनाए। सौ रन के भीतर 5 विकेट गिर जाने के बाद एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 150 से अधिक रन नहीं बना पाएगी। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के चट्टानी तेवर और हार्दिक पांडया की आतिशी बल्लेबाजी की बदौलत भारतीय टीम का जब छठा विकेट गिरा, स्कोरबोर्ड पर 205 रन थे।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की शुरुआत काफी खराब रही है। टीम इंडिया ने 87 रनों तक 5 विकेट गवां दिए थे। विराट कोहली और मनीष पांडे तो खाता भी नहीं खोल सके। सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने 5 रन, रोहित शर्मा ने 28 रन और केदार जाधव ने 40 रन बनाए। सौ रन के भीतर 5 विकेट गिर जाने के बाद एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 150 से अधिक रन नहीं बना पाएगी। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के चट्टानी तेवर और हार्दिक पांडया की आतिशी बल्लेबाजी की बदौलत भारतीय टीम का जब छठा विकेट गिरा, स्कोरबोर्ड पर 205 रन थे।
भुवनेश्वर ने खेली जबर्दस्त पारी
हार्दिक पांड्या के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी का साथ देने आए भुवनेश्वर कुमार। भुवनेश्वर ने बखूबी धोनी का न केवल साथ दिया, बल्कि तेजी से रन भी बटोरे, जिसकी बदौलत भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवरों में 281 रन बना सकी।
हार्दिक पांड्या के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी का साथ देने आए भुवनेश्वर कुमार। भुवनेश्वर ने बखूबी धोनी का न केवल साथ दिया, बल्कि तेजी से रन भी बटोरे, जिसकी बदौलत भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवरों में 281 रन बना सकी।
ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट पर बनाए 137 रन
भारत की पारी के बाद बारिश शुरू हो गई, जिसके चलते डकवर्थ लुइस मैथड से ऑस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रन का नया टारगेट दिया गया। टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत भी सही नहीं रही। 35 रन तक कंगारुओं के 4 विकेट पवेलियन लौट चुके थे। पूरी टीम 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 39 रन (3 चौके, 4 छक्के) ग्लेन मैक्सवेल ने बनाए। जेम्स फॉकनर (32 रन) और डेविड वार्नर (25 रन) के अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।
भारत की पारी के बाद बारिश शुरू हो गई, जिसके चलते डकवर्थ लुइस मैथड से ऑस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रन का नया टारगेट दिया गया। टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत भी सही नहीं रही। 35 रन तक कंगारुओं के 4 विकेट पवेलियन लौट चुके थे। पूरी टीम 9 विकेट पर 137 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 39 रन (3 चौके, 4 छक्के) ग्लेन मैक्सवेल ने बनाए। जेम्स फॉकनर (32 रन) और डेविड वार्नर (25 रन) के अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका।