दिव्यांगों को रेलवे ने अपने नए आदेश में बहुत बड़ी राहत दी है। जिससे दिव्यांग जनों को बार बार मुख्य रेल मंडल के मुख्य कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे लेकिन अब किसी भी दिव्यांग जनों को अब रेल मंडल के मुख्य कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जहां अमूमन दिव्यांगों को गाजियाबाद और तुगलकाबाद के निवासियों को भी दिल्ली मुख्य रेल मंडल पहुंचकर अपना पास बनवाना पड़ता था लेकिन अब रेलवे के एआरएम कार्यालय हर क्षेत्र में खुलने से दिव्यांगों की सबसे बड़ी परेशानी दूर हो गई है। इसी तरह वाराणसी के दिव्यांग जनों को भी लखनऊ मुख्य रेल मंडल जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने पास के ही एरिया मैनेजर कार्यालय पहुंचकर फोटो पहचान पत्र बनवा सकते हैं।
रेलवे के आदेश में जहां कहीं भी एआरएम कार्यालय चालू किए गए हैं वहां दिव्यांगों को फोटो पहचान पत्र जारी करने के लिए अनुरोध पत्र प्राप्त किया जा सकेंगे। इसके बाद एआरएम कार्यालय इस आवेदन को सत्यापन को लिए मुख्य रेल मंडल कार्यालय में भेजेगा। आवेदन के सत्यापन के बाद सीनियर डीसीएम के हस्ताक्षर वाला फोटो पहचान पत्र एआरएम कार्यालय भेज दिया जाएगा। इसके बाद एआरएम कार्यालय से दिव्यांगों को टेलीफोन कर कार्यालय बुलाया जाएगा। आदेश में यह दिव्यांग जनों को फोटो पहचान पत्र लेने के लिेए खुद एआरएम कार्यालय जाने की भी आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने प्रतिनिधि को भी भेजकर पहचान पत्र हासिल कर सकेंगे।
रेलवे द्वारा एआरएम कार्यालय खोलकर दिव्यांग जनों की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की गई है। जिससे किसी भी दिव्यांग को परेशानियों का सामना न करना पड़े।