भारतीय रेलवे की नवाचार नीति (इनोवेशन पालिसी) के अंतर्गत नवोन्मेषक (इनोवेटर) को रू0 1.5 करोड़ तक की राशि समान साझेदारी के आधार पर अनुदान स्वरूप प्रदान की जाएगी । “प्राब्लम स्टेटमेंट” से विकास तक की सभी प्रक्रिया आनलाइन संपादित होगी । इस संबंध मे रेलवे द्वारा प्रोटोटाइप ट्रायल किया जायेगा तथा प्रोटोटाइप के सफल प्रदर्शन पर बढ़ी हुई धनराशि प्रदान की जायेगी। नवोन्मेषकों (इनोवेटर्स) का चयन एक पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रणाली द्वारा किया जायेगा एवं विकसित इंटेलेक्चुवल प्रॉपर्टी राइट्स (आई.पी.आर.) भी नवोन्मेषक के पास ही रहेगा।
भारतीय रेल, स्टार्टअप के माध्यम से उन्नत तकनीक को अपनाकर गाड़ी संचलन में आने वाली चुनौतियों से निपटेगी। नई तकनीक के माध्यम से 11 मदों पर इनोवेटर, रेलवे के विकास में योगदान दे सकेंगे। भारतीय रेल द्वारा लांच इनोवेशन पोर्टल वेबसाइट WWW.innovation.indianrailways.gov.in पर उपलब्ध है, जिसमें इस नीति के बारे में सूचनायें दी गई हैं। इस पोर्टल के माध्यम से 30 जून 2022 से इच्छुक स्टार्टअप, इनोवेटर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी अपने प्रस्ताव ऑनलाइन भेज सकते हैं ।