कानपुर रेलवे के अधिकारियों के के अनुसार, अब रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ट्रेन के कोच में यात्रियों को कीप साइलेंस के नियम का पालन करना अनिवार्य होगा। इस दौरान रेल यात्री सिर्फ अपनी बर्थ के पास पर्सनल रीडिंग लाइट ऑन रख सकते हैं। यात्री इमरजेंसी के अलावा अन्य किसी भी हालात में कोच की मेन लाइट नहीं ऑन कर सकेंगे। इतना ही नहीं नए नियम के तहत मोबाइल पर तेज आवाज में बात करना भी प्रतिबंधित होगा। रेलवे पीआरओ के अनुसार, इन नए नियमों को यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर ही रात्रि यात्रा के लिए बनाया गया है। ये नए नियम सभी ट्रेनों में तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं।
एनसीआर सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा का कहना है कि रात्रि के समय कोच की मेन लाइट जलाने, मोबाइल पर तेज आवाज में गाना सुनने या तेज आवाज में बात करने के कारण अन्य यात्रियों को परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि इस तरह की शिकायत आए दिन सामने आ रही थी। रेलवे कंट्रोल रूम में इस तरह की शिकायतों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा था। इसलिए रेलवे ने एनसीआर समेत देश के सभी रेल रीजन में इसको लेकर यात्रियों से फीडबैक लिया था। उसी फीडबैक के आधार पर यात्रियों की समस्या हल करने के लिए रेलवे ने नियमों में बदलाव किया है।
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UP TET Exam 2021 : बारिश पर भारी अभ्यर्थियोंं का उत्साह, कड़ी सुरक्षा में शुरू हुई TET परीक्षा हल्की-फुल्की नोक-झोंक मारपीट में बदल जाती है वहीं, जीआरपी अधिकारियों का कहना है कि अक्सर कंट्रोल रूम ऐसी शिकायतें आती रहती है, जिसमें हल्की-फुल्की नोक-झोंक मारपीट में बदल जाती है। इस कारण ट्रेन के कोच में सो रहे सभी यात्रियों की नींद खराब हो जाती है। लोगों की इसी समस्या का समाधान करने के लिए रेलवे ने अब नियमों में बदलाव कर दिया है। यात्रा के दौरान अब किसी भी यात्री को अन्य यात्रियों के कारण इस तरह की परेशानी नहीं होगी।