Russia Ukraine War रूस और यूक्रेन की जंग की वजह से यूक्रेन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन के एडिशा शहर में फंसे आगरा के छात्रों ने बताया है कि अभी-अभी बम बलास्ट हुआ है। धमाका इतना तेज था कि हॉस्टल की इमारत तक हिल गई। यहां पढऩे आए देश के तमाम हिस्सों के छात्र बुरी तरह घबराए हुउ हैं। फिलहाल सभी हॉस्टल के कमरों से निकलकर बेसमेंट में रुके हैं। शहर में हालात बेहद खराब हैं। सब बेहद डरे हुए हैं। सुपरमार्केट और एटीएम में भारी भीड़ है।
हालात बेहद भयानक
आगरा के जंगजीत नगर निवासी शेखर फिलहाल एडिशा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने अपने परिवार को बताया कि यहां के हालात बेहद भयानक हैं। उनके साथ एटा और इटावा के छात्र उत्कर्ष और अंशु भी हैं। वे भी बेहद डरे हुए हैं। सभी ने भारत सरकार से अपील की है कि उन्हें यहां से जल्द निकाला जाए।
आगरा के जंगजीत नगर निवासी शेखर फिलहाल एडिशा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने अपने परिवार को बताया कि यहां के हालात बेहद भयानक हैं। उनके साथ एटा और इटावा के छात्र उत्कर्ष और अंशु भी हैं। वे भी बेहद डरे हुए हैं। सभी ने भारत सरकार से अपील की है कि उन्हें यहां से जल्द निकाला जाए।
कासगंज के छात्र-छात्रा भी फंसे
कासगंज शहर के मसाला कारोबारी राजकुमार माहेश्वरी का पुत्र शोभित कीव शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। परिजनों ने बताया कि शोभित वहां से निकलने की कोशिश में था कि अचानक एयरपोर्ट के पास धमाका हो गया। यहीं के विश्व बैंक निवासी अनु माहेश्वरी ने बताया कि उनकी बेटी गर्विता भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। वह कीव के हॉस्टल में फंसी है।
कासगंज शहर के मसाला कारोबारी राजकुमार माहेश्वरी का पुत्र शोभित कीव शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। परिजनों ने बताया कि शोभित वहां से निकलने की कोशिश में था कि अचानक एयरपोर्ट के पास धमाका हो गया। यहीं के विश्व बैंक निवासी अनु माहेश्वरी ने बताया कि उनकी बेटी गर्विता भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। वह कीव के हॉस्टल में फंसी है।
डिग्री लेने गया था, एयरपोर्ट बंद
मेरठ के उपन्यासकार विनोद प्रभाकर ने बताया कि उनके बेटे प्रियांशु प्रभाकर को 25 फरवरी को लौटना था, लेकिन यूके्रेन का एयरपोर्ट खाली करा लिया गया। प्रियांशु से फोन पर संपर्क में हैं। बेटे ने बताया सभी भारतीय छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस में हैं। ऊपर से रूस के लड़ाकू विमान गुजर रहे हैं। निशाने पर यूक्रेनी सेना है। इसलिए वह सुरक्षित हैं।
मेरठ के उपन्यासकार विनोद प्रभाकर ने बताया कि उनके बेटे प्रियांशु प्रभाकर को 25 फरवरी को लौटना था, लेकिन यूके्रेन का एयरपोर्ट खाली करा लिया गया। प्रियांशु से फोन पर संपर्क में हैं। बेटे ने बताया सभी भारतीय छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस में हैं। ऊपर से रूस के लड़ाकू विमान गुजर रहे हैं। निशाने पर यूक्रेनी सेना है। इसलिए वह सुरक्षित हैं।