मायानगरी ने खुले दिल से किया स्वागत बॉलीवुड एक ऐसी इंडस्ट्री है, जिसने कई लोगों को सुनहरा प्लैटफॉर्म दिया है। फिर वो चाहे स्टार किड्स हों या फिर इंडस्ट्री के बाहर से आए लोग। इस सिलसिले में जब रित्विक से उनका एक्सपीरियंस पूछा गया, तो उनहोंने बताया कि वो बहुत खुशनसीब हैं, जो उन्हें ग्लैमर इंडस्ट्री की कठोर वास्तविक्ताओं से रू-ब-रू नहीं होना पड़ा। उन्होंने बताया कि वो हमेशा से एक्टर बनना चाहते थे। इसी जुनून और जज्बे के साथ वो मायानगरी आए और मुंबई ने खुले दिल से उनका स्वागत किया।
नेपोटिज्म पर दिए अपने विचार हाल ही में बॉलीवुड में वंशवाद चर्चा का विषय बना हुआ था। कंगना राणावत के नेपोटिज्म पर दिए गए एक बयान के बाद से पूरी इंडस्ट्री में इसी बात पर चर्चा हो रही थी। ऐसे में जब नेपोटिज्म पर रित्विक की राय पूछी गयी, तो उन्होंने बताया कि नेपोटिज्म इंडस्ट्री मौजूद जरूर है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि यहां बाहर से आए लोगों को तवज्जो नहीं दी जाती। अगर ऐसा होता, तो आज वो यहां न होते। सिर्फ वही नहीं बल्कि अपने लखनऊ से एश्वर्या नाम की कंटेस्टेंट को भी इस शो ने प्लैटफॉर्म दिया है अपने हुनर को दुनिया के सामने रखने का।
जो किसी न किसी माध्यम से ग्लैमर इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं, उन्हें तो कभी न कभी काम मिल ही जाएगा। लेकिन जिन्हें इस फील्ड की एबीसीडी तक नहीं पता, हम उन्हें मौका देने की ज्यादा कोशिश करते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि टैलेंट को नजरअंदाज किया जाए।
एक्टिंग से जुड़े टास्क मिलते हैं कंटेस्टेंट्स को ये शो एक्टिंग से जुड़ा है। एक्टिंग जितनी आसान लगती है, उतनी होती नहीं है। ऐसे में रित्विक से पूछा गया कि शो में कंटेस्टेंट्स के लिए यो कितना कठिन होने वाला है या फिर उन्हें क्या चैलेंज दिया जाना है, तो रित्विक ने बताया कि यही वो चीज है, जिससे आपका हुनर झलकता है। आप कठिन से कठिन रोल को भी कितनी परफेक्शन के साथ कर सकते हैं, ये आपके अभिनय से पता लगता है। कंटेस्टेंट्स को टास्क दिए जाते हैं, लेकिन किसी इमोशन को आप कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं, ये मायने रखता है।
सब किस्मत का खेल रित्विक से जब पूछा गया कि आउटसाइडर्स को एंट्री तो मिल जाती है, लेकिन स्ट्रगल का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता, तो इसपर उन्होंने अपनी राय दी कि शो खत्म होने के बाद विजेता के पास अवसर आते हैं, लेकिन वो आपके कितना काम आता है, ये कोई नहीं बता सकता। इंडियाज नेक्स्ट सुपरस्टार्स एक ऐसा ही शो है, जो टैलेंटेड लोगों की परख कर उन्हें खुद को दुनिया के सामने आने का मौका देता है।
ऑनलाइन शोज का चलन जिसे एक्टिंग को लेकर इतनी दीवानगी हो, वो खुद को टेलिविजन तक ही सीमित क्यों रखे। आजकल टेलिविजन शोज से ज्यादा ऑनलाइन शोज ज्यादा प्रचलित हैं। इस बारे में उन्होंने बताया कि ऑनलाइन शोज का अलग ही ट्रेंड सेट है। जिस तरह से इसने कम समय में खास पहचान बनाई है, वो काबिले तारीफ है। अगर मौका मिला, तो वो भी ऑनलाइन शोज का हिस्सा बनना चाहेंगे।
लखनऊ के टुंडे कबाबी की बात ही अलग है अब लखनऊ में रित्विक आएं, तो उनसे इस शहर से जुड़ी कुछ बातें तो जरूर पूछी जाएंगी। सबसे खास सवाल तो यही कि यहां की क्या वो चीज है, जो उन्हें अजीज है। वो है टुंडे कबाबी। रित्विक ने बताया कि ये दूसरी बार है जब वो लखनऊ आ रहे हैं, लेकिन टुंडे कबाबी को चखे बिना नहीं जाएंगे।