मुख्यमंत्री ने यह निर्देश आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के जाड़े से बचाव के लिए सभी जरूरी प्रबन्ध किए जाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गौ-आश्रय स्थलों पर हरे चारे की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवंश के संरक्षण से जहां निराश्रित/बेसहारा गोवंश को आश्रय प्राप्त हुआ, वहीं कृषकों को होने वाली फसल हानि से भी बचाव हो रहा है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि निराश्रित गोवंश सड़क पर विचरण न करे। इन्हें गौ-आश्रय स्थलों में पहुंचाकर इनकी समुचित देखभाल की व्यवस्था की जाए।