बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी किया जाएगा आमंत्रित
बुंदेलखंड और सोनभद्र में बड़े पैमाने पर सबसे ज्यादा संभावनाएं बनी हुई हैं। प्रदेश सरकार खनन के क्षेत्र में यूपी को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिए इस योजना को लाने की तैयारी कर रही है। इसी के तहत खनन क्षेत्र में काम करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। यह कंपनियां नए रिजर्व खोजने, उत्खनन आदि में सहयोग करेंगी। इसके अलावा शोध को भी बढ़ावा देने में सहयोग करेंगी। नई तकनीकी से पर्यावरण नियमों के तहत अधिक और जल्दी उत्खनन हो सकेगा।
स्थानीय सहयोगी कंपनियों को भी होगा फायदा
विभागीय सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री की अनुमति मिलते ही जल्द ही इसके ग्लोबल टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। इस पर खनन निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने कहा कि विभाग बहुमूल्य धातुओं और उपखनिजों के रिजर्व खोजने का काम करता रहा है। अब नए क्षेत्रों को तलाश किया जा रहा है। इसके लिए दीर्घकालीन योजनाएं बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। उत्खनन के साथ ही इन कंपनियों को क्षेत्रीय इलाकों-गांवों में विकास के कार्य भी कराने होंगे। इसमें मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर करने की जिम्मेदारी भी इन कंपनियों की होगी। ग्लोबल स्तर पर कंपनियों के आने से स्थानीय सहयोगी कंपनियों को भी फायदा मिलेगा।