बाजार में तुलसी की डिमांड
औषधीय गुणों के चलते तुलसी (Tulsi) की मांग काफी अधिक है। विभिन्न प्रकार की दवाओं में इसका प्रयोग किया जाता है। कोरोना काल में जिस तरह से आयुर्वेदिक (Ayurvedic) और नेचुरल दवाओं (Netural Medicine) के प्रति लोगों का आकर्षण और इनका इस्तेमाल बढ़ा है उससे तुलसी समेत औषधीय पौधों की डिमांड बाजार में काफी बढ़ गई है। ऐसे में ये बिजनेस शुरू करने का यह सबसे सही मौका है।
ऐसे शुरू करें तुलसी का बिजनेस
तुलसी की खेती से कमाई (Earn Money with Tulsi Bussness) बेहद कम लागत में की जा सकती है। 10 बीघे में तुलसी की खेती करने में लागत करीब 15000 रुपये पड़ती है। तुलसी की फसल बुआई से महज तीन महीने में तैयार हो जाती है। तीन महीने में ही यह तीन से साढ़े तीन लाख रुपये में बिक जाती है। तुलसी की खेती में प्रति बीघा 1500 रुपये लागत आती है। अगर आपके पास खुद की जमीन न भी हो तो कांट्रैक्ट फार्मिंग पर जमीन लेकर कम लागत में इसकी खेती आसानी से की जा सकती है।
हाथों हाथ मिलते हैं खरीदार
तुलसी की बाजार में इतनी डिमांड है कि इसके खरीदार आसानी से मिल जाते हैं। इसके लिये आप किसी एजेंट के जरिये या फिर सीधे मंडियों में जाकर भी अपना माल बेच सकते हैं। कई दवा कंपनियां कांट्रैक्ट कर तुलसी की खेती कराती हैं। उनसे भी संपर्क कर आसानी से उनके साथ कारोबार किया जा सकता है।
कब करें खेती
जुलाई का महीना तुलसी का पौधा लगाने के लिये सबसे सही है। इसे सप्ताह में एक बार या महीने में तीन से चार बार जरूरत के हिसाब से सिंचाई की जरूरत पड़ती है। तीन महीने में फसल तैयार हो जाती है। पत्तियां बड़ी होते ही फूल आने पर ही इनकी कटाई की जाती है। इसके बाद इनमें फिर से नई शाखें आ जाती हैं।
तुलसी के फायदे
तुलसी बेहद फायदेमंद और औषधीय गुणों वाला पौधा है। इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ ही यह कई रोगों को भी दूर करता है। इसमें बैक्टिरिया और संक्रमण से लड़ने की भी शक्ति होती है। आयुर्वेदिक सेलेकर युनानी, होमियोपैथी और एलोपैथी की दवाओं में इसका प्रयोग हो रहा है। इसके अलावा तुलसी से जुड़े तमाम तरह के घरेलु नुस्खे भी हैं।